Friday, September 20, 2024

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Uttar Pradesh :दो दशक तक उत्तर प्रदेश में बसपा की ब्राह्मण राजनीति का बड़ा चेहरा रहे पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय का निधन

 Ramveer Upadhyay

 Ramveer Upadhyayउत्तर प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री   (   )का शुक्रवार की देर रात आगरा के रेनबो हॉस्पिटल में निधन हो गया। उनकी उम्र करीब 65 वर्ष थी। वह लंबे समय से कैंसर व अन्य बीमारी से जूझ रहे थे। रामवीर उपाध्याय बसपा सरकार में चार बार ऊर्जा और परिवहन जैसे महत्वपूर्ण विभागों के कैबिनेट मंत्री रहे थे। रामवीर के निधन की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। इन दिनों वह आगरा में शास्त्रीपुरम स्थित अपने निवास पर उपचाररत थे। रात्रि 10 बजे के लगभग एकाएक जब उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो आगरा के रेनबो हॉस्पिटल में ले गए, वहां उनका निधन हो गया।

के कद्दावर नेता रहे रामवीर उपाध्याय (  Ramveer Upadhyay ) 25 सालों तक ब्रज में बसपा की ब्राह्मण राजनीति का बड़ा चेहरा रहे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का खास माना जाता था। जिसके दम पर उन्होंने पहले     और फिर आगरा में अपनी जमीन बनाई और फिर गहरी जड़ जमाई थी।

1996 से 2017 तक लगातार चार बार जिसमें 2 बार हाथरस, फिर सिकंदरा राऊ व सादाबाद से विधायक चुनाव जीत कर लखनऊ पहुँचे। उन्होंने हाथरस में अपने भाइयों व सगे सम्बंधियों को भी राजनीति में उतारा।  2009 से 2014 तक पत्नी सीमा उपाध्याय को बसपा से फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाया और सपा के राज बब्बर को हराकर पत्नी को सांसद बनाया था। रामवीर को पंचायत चुनाव में महारथ हासिल थी। 2007 के चुनाव में जब बसपा की सोशल इंजीनियरिंग सफल हुई तो सरकार में उनका कद बड़ा।

पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय (  Ramveer Upadhyay )के राजनीतिक करियर की बात करें तो उन्होंने वर्ष 1993 में अपना पहला चुनाव हाथरस विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ा था। उसके बाद उन्होंने वर्ष 1996, 2002, 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव बसपा के बैनर तले लड़े। जब – जब प्रदेश में बसपा की सरकार बनी, तब-तब रामवीर उपाध्याय कैबिनेट मंत्री बने। रामवीर उपाध्याय ने पहले तीन चुनाव तो हाथरस विधानसभा क्षेत्र से बसपा के उम्मीदवार के रूप में लड़े और जीत हासिल की। उन्होंने एटा जिले के जलेसर लोकसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ा था, लेकिन इस चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे थे।

उसके बाद वर्ष 2012 में जब हाथरस सीट सुरक्षित हो गई तो उन्होंने यह चुनाव सिकंदराराऊ विधानसभा सीट से लड़ा। इस चुनाव में वह वहां से भी जीते। तदुपरांत 2017 का चुनाव उन्होंने बसपा से ही सादाबाद विधानसभा क्षेत्र से लड़ा और यहां से भी जीत हासिल की। लगातार 25 वर्ष के राजनीतिक करियर में विजयी रहने के बाद इस वर्ष 2022 में उन्होंने पाला बदला और भाजपा में शामिल हो गए।

बीमार रहने के बावजूद उन्होंने यह चुनाव भी लड़ा, लेकिन राष्ट्रीय लोकदल के प्रदीप चौधरी उर्फ गुड्डू ने इस चुनाव में हरा दिया। रामवीर उपाध्याय के अन्य परिजन भी महत्वपूर्ण राजनीतिक पदों पर रहे हैं। उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। इससे पूर्व सीमा उपाध्याय बसपा के टिकट पर फतेहपुर सीकरी से वर्ष 2009 में सांसद भी रह चुकी हैं। उन्होंने सिने अभिनेता राजब्ब्बर को हराया था। रामवीर के भाई मुकुल उपाध्याय इगलास से विधायक और उसके बाद एमएलसी रहे हैं।

उपाध्याय (  Ramveer Upadhyay )के दूसरे भाई विनोद उपाध्याय जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके छोटे भाई रामेश्वर उपाध्याय वर्तमान में भी मुरसान के ब्लॉक प्रमुख हैं। निधन की खबर मिलने के बाद देर रात उनके आगरा स्थित आवास पर लोगों का पहुंचना शुरू हो गया था।

Raju Upadhyay

Raju Upadhyay is a veteran journalist with experience of more than 35 years in various national and regional newspapers, including Sputnik, Veer Arjun, The Pioneer, Rashtriya Swaroop. He also served as the Managing Editor at Soochna Sahitya Weekly Newspaper.