
उनकी उम्र 101 साल की थी। वह बहुत दिनों से बीमार चल रहे थे। शनिवार को उन्होंने दिल्ली स्थित एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। इनका जन्म झांसी जिला के बैडोरा गांव में 02 मई 1921 को हुआ था। उन्होंने भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान, शिमला के निदेशक के रूप में सेवा शुरू की।
बीबी लाल( Prof BB Lal ) ने महाभारत और रामायण से जुड़ी साइट्स के साथ-साथ सिंधु घाटी और कालीबंगन पर भी खूब काम किया था। उनके काम से जुड़ी तमाम किताबें और सैकड़ों रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं। बीबी लाल 1968 से 1972 तक भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण विभाग के डायरेक्टर रहे। इसके अलावा वह यूनेस्को की विभिन्न समितियों में भी शामिल रहे थे। साल 1944 में सर मोर्टिमर व्हीलर ने उन्हें तक्षशिला में ट्रेनिंग दी थी।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ”बीबी लाल ( Prof BB Lal ) एक उत्कृष्ट व्यक्तित्व थे। संस्कृति और पुरातत्व क्षेत्र में उनका योगदान अद्वितीय है। उन्हें एक ऐसे महान बुद्धिजीवी के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने हमारे समृद्ध अतीत के साथ हमारे जुड़ाव को गहरा किया। उनके निधन से आहत हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं। ओम शांति।”
Shri BB Lal was an outstanding personality. His contributions to culture and archaeology are unparalleled. He will be remembered as a great intellectual who deepened our connect with our rich past. Pained by his demise. My thoughts are with his family and friends. Om Shanti. pic.twitter.com/eA3MlNI27Q
— Narendra Modi (@narendramodi) September 10, 2022