पश्चिम बंगाल ( West Bengal) के कोलकाता ( Kolkata ) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत एक मोबाइल गेमिंग एप कंपनी के प्रमोटरों पर छापेमारी के बाद लगभग 17 करोड़ रुपये नकद जब्त किए। केंद्रीय जांच एजेंसी ने जब्त किए गए पैसों एक तस्वीर भी जारी की। इसमें 500 रुपये के साथ-साथ 2,000 और 200 रुपये के नोटों के बंडलों को एक बिस्तर पर एक साथ रखा हुआ दिखाया गया है।
एजेंसी ने नोट गिनने की पांच मशीनें लगाईं। काम में बैंक कर्मचारियों को भी लगाया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा कि ‘ई-नगेट्स’ नाम के गेमिंग एप और इसके प्रमोटर की पहचान आमिर खान और अन्य के रूप में की गई है। सीआरपीएफ के जवानों ने ईडी की टीमों को पश्चिम बंगाल की राजधानी और उसके आसपास गार्डन रीच, पार्क स्ट्रीट और मोमिनपुर इलाकों जैसे स्थानों पर पहुंचाया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि वे एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन से संबंधित जांच में कोलकाता ( Kolkata ) में में छह परिसरों में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत तलाशी अभियान चला रहे हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, कोलकाता ( Kolkata ) में के पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन द्वारा भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406, 409, 468, 469, 471, 34 के तहत दर्ज एफआईआर के आधार पर आमिर खान नामक एक बिजनेसमैन (मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन के संस्थापक) और अन्य के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज किया गया है।
यह फेडरल बैंक के अधिकारियों द्वारा कोलकाता ( Kolkata ) में के मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में दायर एक शिकायत पर आधारित है। ईडी के एक अधिकारी ने कहा, आमिर खान के रूप में पहचाने जाने वाले एक व्यक्ति ने मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन ‘ई-नगेट्स’ लॉन्च किया, जिसे लोगों को धोखा देने के उद्देश्य से बनाया गया था। इसके लॉन्च के शुरुआती चरण के दौरान, यूजर्स को कमीशन दिया जाता था। वॉलेट में शेष राशि को आसानी निकाला जा सकता था। इसने यूजर्स का विश्वास जीता। जिसका नतीजा यह हुआ कि यूजर्स ने अधिक प्रतिशत कमीशन और अधिक संख्या में खरीद ऑर्डर के लिए बड़ी मात्रा में निवेश करना शुरू कर दिया।
अधिकारी ने कहा कि लोगों से बड़ी मात्रा में पैसा इकट्ठा करने के बाद, अचानक, उक्त ऐप से राशि के निकासी को किसी न किसी बहाने एलईए द्वारा सिस्टम अपग्रेडेशन जांच आदि पर रोक दिया गया। इसके बाद उक्त एप सर्वर से प्रोफाइल की जानकारी समेत सभी डाटा को हटा दिया गया और उसके बाद ही यूजर्स को उनकी मंशा समझ में आई।तलाशी अभियान के दौरान, यह देखा गया कि उक्त संस्थाएं नकली खातों का उपयोग कर रही थीं।
शिक्षक घोटाला, पशु तस्करी और कोयला घोटाला मामले में सीबीआई के अलावा ईडी और सीआईडी पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं। इसी कड़ी में शनिवार (10 सितंबर) सुबह ईडी की टीम ने कोलकाता में छह जगह छापेमारी की। माना जा रहा है कि यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर की गई।
#WATCH | Kolkata, WB: Stacks of cash amounting to several crores have been recovered from the residence of businessman Nisar Khan during ED’s raid ongoing for several hours pic.twitter.com/o2qXzNSmDR
— ANI (@ANI) September 10, 2022