उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur ) में सरसौल में ऑटो के हुए ऑनलाइन चालान से तनाव में आए चालक सुनील गुप्ता( Driver Sunil Gupta) (32) ने शनिवार रात नर्वल स्थित घर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली ।तड़के उसकी पत्नी ने फंदे पर शव लटकता देख पुलिस को सूचना दी। रविवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
परिजनों का दावा है कि ढाई महीने के भीतर ऑटो के 22 हजार 500 रुपये के चालान हो गए। इससे सुनील मानसिक तनाव में था। इसी वजह से उन्होंने खुदकुशी कर ली। नर्वल कस्बा निवासी सुनील गुप्ता ने कुछ समय पहले एक सेकेंड हैंड ऑटो खरीदा था। इससे अपना परिवार चला रहे थे।
परिवार में उनकी पत्नी संगीता व चार साल की बेटी है। पत्नी ने बताया कि इस बीच 21 जुलाई को ऑटो का 10 हजार ई-चालान हुआ। जब सुनील के मोबाइल पर मैसेज आया तब जानकारी हुई। तब से वह काफी परेशान थे। संगीता के मुताबिक सुनील दस हजार रुपये जोड़कर चालान खत्म कराने के प्रयास में जुटे थे।
सुनील गुप्ता ( Driver Sunil Gupta)के ऑटो का पहला चालान 21 जुलाई को जूही कला साकेत नगर में किया गया है। यह चालान 66/192 एमवी एक्ट तहत हुआ है।इस एक्ट का मतलब कि अनजान शख्स को लिफ्ट देना है। जबकि कि आटो में तो सभी अनजान सवारियों को ले जाने के लिये है तो फिर कैसे हुआ ये चालान ये नियम निजी वाहन पर तो लागू होता है, सार्वजनिक वाहनों पर नहीं।
इस बीच 4 सितंबर को एक और चालान 12 हजार 500 रुपये का हो गया। जब इस चालान का मैसेज आया तो सुनील बेहद निराश हो गए। तब से ही वह मानसिक तनाव में रहते थे। संगीता का कहना है कि इसी वजह से सुनील ने खुदकुशी की।
सुनील ( Driver Sunil Gupta)के माता-पिता नहीं हैं। सुनील ने बेटी को गोद लिया था। संगीता ने बताया कि सुनील की बहुत मामूली कमाई थी, जिससे परिवार का खर्च चलता था। इसलिए चालान का जुर्माना नहीं भर पा रहे थे। अब तो दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो जाएगा।