Friday, September 20, 2024

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Madhya Pradesh :भारत में 70 साल बाद चीता रिटर्न्स, प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आये चीते छोड़े

PM Modi releases Namibian cheetahs at Madhya Pradesh’s Kuno National Park

PM Modi releases Namibian cheetahs at Madhya Pradesh’s Kuno National Parkभारत का 70 साल का इंतजार शनिवार को खत्म हो गया। नामीबिया से आए 8 चीतों ने देश की सरजमीं पर पहला कदम रखा।  (ने कूनो नेशनल पार्क( Kuno National Park)में बॉक्स खोलकर 2 चीतों को क्वारंटीन बाड़े में छोड़ा। रिकॉर्डेड भाषण में  प्रधानमंत्री मोदी ने चीते भेजने के लिए नामीबिया का आभार माना।

पीएम मोदी ने चीता मित्रों से कहा- कूनो ( Kuno National Park)में चीता फिर से दौड़ेगा तो यहां बायोडायवर्सिटी बढ़ेगी। यहां विकास की संभावनाएं जन्म लेंगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि अभी धैर्य रखें, चीतों को देखने नहीं आएं। ये चीते मेहमान बनकर आए हैं। इस क्षेत्र से अनजान हैं। कूनो को ये अपना घर बना पाएं, इसके लिए इनको सहयोग देना है।

कूनो नेशनल पार्क( Kuno National Park) में प्रधानमंत्री के लिए 10 फीट ऊंचा प्लेटफॉर्मनुमा मंच बनाया गया था। इसी मंच के नीचे पिंजरे में चीते थे। प्रधानमंत्री ने लीवर के जरिए बॉक्स को खोला। चीते बाहर आते ही अनजान जगह में सहमे हुए दिखे। सहमते कदमों के साथ इधर-उधर नजरें घुमाईं और चहलकदमी करने लगे। लंबे सफर की थकान चीतों पर साफ दिख रही थी। चीतों के बाहर आते ही PM मोदी ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। मोदी ने कुछ फोटो भी क्लिक किए। 500 मीटर चलकर मोदी मंच पर पहुंचे थे। उनके साथ राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है।

देश का दिल मध्यप्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ साथ जैव विविधता से भरा हुआ है। प्रदेश अब टाइगर स्टेट के साथ ही अब अफ्रीकी चीता के लिए भी जाना जाएगा। देश में करीब 70 साल बाद चीता की वापसी हो रही है, और वो भी मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय अभ्यारण्य में। प्रदेश को प्राकृतिक खूबसूरती तो कुदरत की ही देन है। लेकिन देश में सबसे ज्यादा एक तिहाई हिस्से में वन इसी प्रदेश में फैले हुए हैं।

कूनो पार्क का जंगल पड़ोसी जिले शिवपुरी और राजस्थान के जिले बारां से सटा हुआ है। यह जंगल राजस्थान के मुकुंदरा हिल टाइगर रिजर्व, रणथंबोर नेशनल पार्क तक कॉरिडोर भी बनाता है। यह भी डर है कि जंगल में छोड़े जाने के बाद चीते इस कॉरिडोर पर न चल पड़ें। इसलिए शिवपुरी और बारां जिले की सीमाओं तक अस्थायी चौकी बनाकर नजर रखी जाएगी। चीता परियोजना राष्ट्रीय महत्व का विषय है। इस कारण पूरी सावधानी बरती जा रही है। वन अधिकारी बताते हैं कि पहले दिन से ही चीतों की निगरानी शुरू हो जाएगी। वैसे तो क्वारंटीन अवधि तक चीते विशेष बाड़े में रहेंगे और उसके बाद बड़े बाड़े में छोड़े जाएंगे। यहां दो महीने रखे जाएंगे। इसके बाद उन्हें जंगल में खुला छोड़ा जाएगा।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels