उत्तराखंड ( Uttarakhand) के पौड़ी गढ़वाल जिले में 19 साल की लापता युवती अंकिता भंडारी ( Ankita Bhandari )मर्डर केस में भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलकित के साथ उसके दो अन्य साथियों अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को भी अरेस्ट किया गया है।
ऋषिकेश में अंकिता( Ankita Bhandari ) हत्याकांड के आरोपियों को लेकर कोटद्वार न्यायालय जा रही जीप को गंगा भोगपुर के आक्रोशित लोगों ने रोक लिया। लोगों ने जीप के शीशे तोड़कर आरोपियों के कपड़े फाड़ दिए और उनकी जबरदस्त पिटाई कर दी। यही नहीं लोगों ने गाड़ी को पलटने की कोशिश भी की। करीब 45 मिनट बाद एएसपी शेखर सुयाल मौके पर पहुंचे और लाठीचार्ज करवा भीड़ को मौके से भगाया।
आरोप है कि अंकिता की तीनों आरोपियों ने पहाड़ी से नीचे गंगा में धक्का देकर हत्या कर दी। पुलिस ने रिसॉर्ट सील कर दिया है। अंकिता पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर इलाके के एक प्राइवेट रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। यह रिसॉर्ट पुलकित आर्य का है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 साल की अंकिता भंडारी ( Ankita Bhandari )18-19 सितंबर से गायब थी। 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे में नहीं दिखी। उसके पिता रिसॉर्ट पहुंचे और कर्मचारियों से पूछताछ की। बेटी का पता नहीं चलने पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सोशल मीडिया पर गुमशुदा की तलाश के लिए कैंपेन चल रहा था।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा- राजस्व पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज हुई थी, जो बीते दिन ही रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर की गई। 24 घंटे में लक्ष्मण झूला पुलिस ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य सहित तीन आरोपियों ने गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान पुलकित आर्य ने पुलिस को बताया कि रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी रिसॉर्ट के एक अलग कमरे में रहती थी। कुछ दिनों से वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी। इसी के चलते 18 सितंबर को उसे ऋषिकेश घुमाने के लिए ले गए थे। उसने आगे बताया कि देर रात सभी वहां से वापस लौट आए।
इसके बाद रिसॉर्ट में बने अलग-अलग कमरों में सभी लोग सोने चले गए। मगर, 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे से गायब थी। पुलिस जांच में यह कहानी झूठी पाई गई।
पुलिस ने पहले रिसॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश जाते समय अंकिता इन लोगों के साथ थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। वहीं पुलिस ने ऋषिकेश जाने के दौरान रास्ते के CCTV भी चेक किए। इनमें देखा गया कि जाते हुए चार लोग थे, लेकिन वहां से आते हुए तीन लोग थे। इसके बाद पुलिस ने तीनों से सख्ती से पूछताछ की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह तीनों अंकिता को लेकर बैराज तक आए। यहां सभी ने शराब पी। इसके बाद अंकिता धमकी देने लगी कि वह सभी को बता देगी कि पुलकित उस पर रिसॉर्ट के कस्टमर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाता है।
इस बीच अंकिता भंडारी ( Ankita Bhandari ) ने पुलकित का मोबाइल फेंक दिया और दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। इसके बाद तीनों ने गुस्से में अंकिता को गंगा में धक्का दे दिया और तीनों वापस रिसॉर्ट लौट आए।
इधर, अंकिता की हत्या से गुस्साई महिलाओं ने पुलिस वैन रूकवाकर तीनों आरोपियों को पीट दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब आरोपियों को पुलिस कोर्ट में पेश करने के लिए कोटद्वार लेकर जा रही थी। इसी दौरान बैराज पुल से आगे कोडीया में सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी रोक ली और तीनों को जमकर पीटा।
हालांकि, पुलिस के बीच-बचाव के बाद भीड़ से उन्हें बचाया गया। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां तीनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपियों पर हत्या और साक्ष्य छिपाने की धाराएं बढ़ा दी गई हैं।
अंकिता भण्डारी गुमशुदगी प्रकरण में गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध हत्या एवं साक्ष्य छिपाने (धारा 302/201 IPC) की धाराएं बढ़ा दी गयी हैं। SDRF टीम शव तलाश कर रही है। विवेचना की प्रगति के संबंध में SSP पौड़ी गढ़वाल अवगत कराएंगे।@uttarakhandcops @ANINewsUP pic.twitter.com/0q9fsu9kHC
— Ashok Kumar IPS (@AshokKumar_IPS) September 23, 2022