ईरान इन दिनों हिजाब( hijab ) पर विरोधी प्रदर्शनों से सुलग रहा है। देश के 50 से ज्यादा शहरों में लोग हिजाब के विरोध में उतर आए हैं। वहीं, खबर है कि कराज शहर में हिजाब विरोधी प्रदर्शन की अगुआई कर रही 20 साल की हदीस नजफी( Hadis Najafi ) की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई है। सोशल मीडिया पर उनकी मौत से जुड़े कई वीडियो भी वायरल हैं। हदीस जब कुछ महिलाओं के साथ हिजाब का विरोध कर रहीं थीं, तभी पुलिस ने उन्हें गोली मार दी, जिसमें उनकी मौत हो गई।
सोशल मीडिया पर उनकी मौत से संबंधित कई वीडियो वायरल हैं। जानकारी के मुताबिक, शनिवार को हदीस ( Hadis Najafi ) तेहरान से कुछ दूर स्थित कराज शहर में कई महिलाओं के साथ विरोध कर रहीं थीं। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें 6 गोलियां मारीं।
ईरान में 16 सितंबर को महसा अमीनी की मॉरल पुलिस की कस्टडी में मौत हो गई थी। इसके बाद देश में हिजाब और सख्त पाबंदियों के खिलाफ विरोध प्रर्दशन शुरू हुए। इनमें चार महिलाओं समेत अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार, 21 सितंबर की रात को सुरक्षा बलों द्वारा तीन बच्चों सहित कम से कम 21 लोगों की हत्या कर दी गई थी। रविवार को ईरान के राज्य टेलीविजन द्वारा दी गई मौत के आंकड़ों के अनुसार, अब कुल मिलाकर कम से कम 41 लोग मारे गए हैं। हालांकि आधिकारिक संख्या अभी तक जारी नहीं की गई है।
प्रदर्शनों से घबराई और दमन पर उतारू ईरान की कट्टरपंथी सरकार ने कुछ दिन पहले इंटरनेट बंद कर दिया था। लिहाजा वहां से काफी कम जानकारी सामने आ रही है।महसा की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद जिन महिलाओं या लड़कियों ने विरोध प्रदर्शन की कमान संभाली, उनमें हदीस नजफी ( Hadis Najafi ) सबसे आगे थीं और इसीलिए वो इब्राहिम रईसी सरकार की आंखों की किरकिरी बनी हुई थीं।
13 सितंबर को हिजाब न पहनने की वजह से महसा अमीनी को मॉरल पुलिस ने हिरासत में लिया था। तीन दिन बाद यानी 16 सितंबर उनका शव परिवार को मिला। अब 50 से ज्यादा शहरों में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। हर शहर में महिलाएं मॉरल पुलिसिंग और हिजाब कानून के खिलाफ सड़कों पर उतर रही हैं। दो साल तक शांत रहीं महिलाएं अब सरकार के लिए मुश्किल का बहुत बड़ा सबब बन गई हैं। न तो वो हिजाब पहनने को तैयार हैं, न बाल ढंकने को तैयार हैं और न ढीले ड्रेस पहनने का फरमान मानने को तैयार हैं।
Iran summons UK and Norwegian envoys as unrest persists https://t.co/sUsjGyXAUR pic.twitter.com/QZ0dpAyNmS
— Reuters (@Reuters) September 25, 2022
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