दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख( Asha Parekh )को साल 2022 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार ( Dada Sahab Phalke award ) से सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अभिनेत्री की जन्मदिन से कुछ दिन पहले इस बात का एलान किया है।30 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विज्ञान भवन यह पुरस्कार प्रदान करेंगी।
यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए आशा को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है। फिल्म इंडस्ट्री में कलाकारों के काम को सम्मानित करने के लिए हर साल दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड्स दिया जाता है।
यूं तो आशा पारेख ( Asha Parekh )ने एक्टिंग से रिटायरमेंट ले लिया है। लेकिन 60 और 70 के दशक में आशा पारेख का नाम तब की बेहतरीन अभिनेत्रियों में लिया जाता था।आशा पारेख 95 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकी हैं। आशा अभिनेत्री के साथ-साथ प्रोड्यूसर और डायरेक्टर भी रह चुकी हैं।
अपने समय में फिल्मी पर्दे पर राज करने वाली आशा पारेख ( Asha Parekh )सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्री थीं। बता दें कि 1992 में, उन्हें सिनेमा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
बता दें कि आशा पारेख( Asha Parekh ) का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को गुजरात ( Gujarat) के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। आशा पारेख ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर फिल्म ‘आसमान’ से साल 1952 से की थी। बतौर एक्ट्रेस आशा पारेख की पहली फिल्म थी ‘दिल देके देखो’, जो बेहद सफल हुई थी। लगभग 80 फिल्मों में बतौर एक्ट्रेस काम कर चुकीं आशा पारेख की तमाम फिल्में बेहद पसंद की गई। जिनमें ‘जब प्यार किसी से होता है’, ‘घराना’, ‘भरोसा’, ‘मेरे सनम’, ‘तीसरी मंजिल’, ‘दो बदन’, ‘उपकार’, ‘शिकार’, ‘साजन’, ‘आन मिलो सजना’ प्रमुख है।
आशा पारेख ने कभी शादी नहीं की थी लेकिन उनके और निर्देशक नासिर हुसैन के अफेयर की खूब चर्चाएं हुईं। नासिर हुसैन आमिर खान के चाचा हैं। नासिर हुसैन से शादी नहीं हो पाने की बात पर आशा पारेख ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो नहीं चाहती थीं कि नासिर हुसैन कभी भी अपने परिवार से अलग हों, इस वजह से उन्होंने शादी नहीं की। आशा पारेख की छवि एक ऐसी अभिनेत्री की है जिस तक पहुंचना या मिलना आसान काम नहीं है और शायद इसीलिए किसी ने कभी भी उनका हाथ नहीं मांगा।
टेलीविजन धारावाहिकों का निर्देशन और निर्माण करने के लिए आशा ने 1995 में अभिनय से रिटायरमेंट ले लिया। पारेख को 2002 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवाॅर्ड मिला। इसके अलावा भी उन्हें कई लाइफटाइम अचीवमेंट अवाॅर्ड मिले: 2004 में कलाकर अवाॅर्ड; 2006 में अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार; 2007 में पुणे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह पुरस्कार; और 2007 में लॉन्ग आइलैंड, न्यूयॉर्क में नौवां वार्षिक बॉलीवुड पुरस्कार। इतना ही नहीं, उन्हें फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) से लिविंग लीजेंड अवाॅर्ड भी मिल चुका है।
Dada Saheb Phalke Award to be conferred to actor Asha Parekh this year: Union Minister Anurag Thakur pic.twitter.com/gP488Ol4zH
— ANI (@ANI) September 27, 2022