उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के आगरा (Agra ) के शाहगंज के नरीपुरा में निजी अस्पताल आर मधुराज हॉस्पिटल में आग लगने की घटना में डायरेक्टर राजन (42), उनकी बेटी सिमरन उर्फ शालू (18) और बेटे ऋषि (15) की मौत हो गई। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पिता गोपीचंद हादसे के बाद सदमे में हैं। उन्होंने रोते हुए पूरे घटना के बारे में बताया। खौफनाक मंजर की दास्तां सुनकर लोग दहल गए।
आगरा (Agra ) के गोपीचंद नरीपुरा स्थित पुरानी आबादी के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि बेटे ने बीए कर रखा था। वह शुरू से ही हॉस्पिटलों में कंपाउंडर की नौकरी करता था। वह भी बेटे को डॉक्टर बनाना चाहते थे। वर्ष 2016 में घर के पास ही अपना हॉस्पिटल खोल लिया। बेसमेंट में हॉस्पिटल चलता है, जबकि भूतल पर परिवार रह रहा था। दूसरी मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा है। हॉस्पिटल में कई डॉक्टर अपनी सेवाएं देते हैं।
नरीपुरा निवासी राजन सिंह के 400 वर्ग गज में बने भवन के बेसमेंट में हॉस्पिटल, जबकि भूतल पर घर बना है। घर के दरवाजे के पास ही एक दुकान है, जिसमें राजन के पिता गोपीचंद अपनी जूता मैटेरियल की दुकान का सामान और फोम रखते थे। हॉस्पिटल का सामान भी रखा रहता है।
मंगलवार रात को राजन, पत्नी राजरानी, बेटी सिमरन और बेटे ऋषि के साथ अंदर के कमरे में सो रहे थे, जबकि उनके पिता घर के गेट के पास बड़े बेटे लवी के साथ सो रहे थे। रात में राजन के बहनोई तेजवीर भी रुके हुए थे। हॉस्पिटल में नर्स स्नेहा, कंपाउंडर लोकेश के अलावा सफाई कर्मी और चार मरीज के साथ तीमारदार भी थे।
तड़के तकरीबन 4:45 बजे दुकान के शटर की आवाज सुनकर गोपीचंद की आंख खुली। उन्होंने बताया कि वह बाहर आए तो दुकान के अंदर से घर की तरफ बने एसी लगाने की जगह से आग की लपटें उठती देखीं। धुआं भी अंदर आ रहा था। उन्होंने मुख्य दरवाजा खोलकर दुकान का शटर उठाया। उसमें फोम में आग लगी थी। यह देखकर शोर मचाया। लवी बाहर आ गया। कुछ देर बाद बेटा राजन और तेजवीर भी आ गए।
हॉस्पिटल से कर्मचारी, मरीज और तीमारदार बाहर भाग गए। बाद में बहू निकलकर आई। मगर, ऋषि और सिमरन बाहर नहीं आ सके। वह अंदर ही फंस गए। इसका पता चलने पर राजन अंदर गया। मगर, वो भी धुएं में बेहोश हो गए। बाद में पुलिस आ गई। तब कहीं पहले राजन व सिमरन को बाहर लाए। बाद में ऋषि को निकाला। वह बाथरूम में पड़ा हुआ था। उन्हें अस्पताल ले गए, जहां तीनों को डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। घटना से परिवार में कोहराम मच गया।
आगरा (Agra ) एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि हॉस्पिटल बेसमेंट में संचालित था। आग भूतल पर दुकान में रखे सामान में लगी थी। संचालक , उनके बेटे और बेटी की दम घुटने से मौत हुई है। दुकान के अंदर बिजली का बोर्ड जला हुआ था। प्रथम दृष्टया आग शॉर्ट सर्किट से लगी है। हादसे के कारण की जांच की जा रही है।