Friday, September 20, 2024

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Rajasthan :राजस्थान में सियासी जोड़तोड़ के माहिर ,बेबाक बोलने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सात बार विधायक रहे पंडित भंवरलाल शर्मा नहीं रहे, राहुल गांधी पर टिप्पणी को लेकर आए थे सुर्खियों में

7 times Congress MLA from Rajasthan, Pt. Bhanwar Lal Sharma passes away

में  कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और   ) जिले के सरदाशहर से विधायक पंडित भंवरलाल शर्मा( Bhanwar Lal Sharma ) का निधन हो गया है। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में आज सुबह शर्मा ने अंतिम सांस ली। शनिवार शाम को ही उन्हें एसएमएस अस्पताल भर्ती करवाया गया था। शर्मा 1985 में पहली बार विधायक बने थे। वे 7 बार विधायक रहे। लेकिन एक बार भी गहलोत सरकार में उन्हें मंत्री पद नहीं मिला।

अपने 37 साल के राजनीतिक सफर के दौरान भंवरलाल शर्मा ( Bhanwar Lal Sharma )कांग्रेस सरकार के लिए सिरदर्द बने रहे। साल 2020 में सचिन पायलट के साथ बगावत करने के कारण उन्हें निलंबित होना पड़ा। कभी सिरदर्द तो कभी प्रदेश की सरकारों के लिए उन्होंने संकटमोचक की भी भूमिका निभाई।

शर्मा अपने 37 साल के करियर में हमेशा बेबाक बयानबाजी के लिए पहचाने गए। आम आदमी से जुड़ाव और खुलकर अपनी बात कहने के कारण उन्हें कई बार परेशानी का भी सामना करना पड़ा। करीब आठ साल पहले कांग्रेस ने उन्हें राहुल गांधी को जोकर कहने पर निलंबित कर दिया था।

भवंरलाल शर्मा ( Bhanwar Lal Sharma )पिछले कई दिनों से बीमार थे। पहले उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भी भर्ती करवाया था, वहां से छुट्टी मिल गई थी। उन्हें किडनी सहित कई तरह की बीमारियां थीं। शनिवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां आज उन्होंने अंतिम सांस ली।

17 अप्रैल 1945 को सरदाशहर के जैतसीसर गांव में पैदा हुए भंवरलाल शर्मा ने 60 के दशक में सरपंच से राजनीतिक करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने सियासत में पीछे मुड़कर नहीं देखा। शर्मा सरदारशहर से सात बार विधायक रहे। वे 8 वीं से लेकर 12 वीं विधानसभा तक सरदारशहर से पांच बार लगातार जीते। बीच में हार गए थे। ​वे कांग्रेस से पहले जनता पार्टी में रहे थे।

भंवरलाल 1985 में पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद 1990 में राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री और विधानसभा में उप मुख्य सचेतक जैसे पदों पर भी रहे।

भंवरलाल शर्मा ( Bhanwar Lal Sharma )राजनीति में हमेशा मजबूत रहे और सत्ता में पकड़ रही लेकिन उन्होंने कभी देसी अंदाज नहीं छोड़ा। सरदारशहर के लोगों में दादा के नाम से मशहूर भंवरलाल शर्मा के दरवाजे जनता के लिए हमेशा खुले रहते थे। घर आए व्यक्ति को कभी भूखे नहीं जाने देते थे, यह शुरू से लेकर आखिर तक निभाया।

भंवरलाल शर्मा सियासी जोड़तोड़ के भी माहिर खिलाड़ी थे। सरकार गिराने से लेकर उसे बचाने तक के रोल में रहे और बेबाकी से रहे। कभी भी उन्होंने सियासी सच्चाई को छिपाया नहीं और बेबाकी से उसे स्वीकारा। 1990 में भैरोसिं​ह शेखावत सरकार को समर्थन दिया और जनता दल दिग्विजय कोटे से मंत्री बने। 1996 में वे जनता पार्टी से उपचुनाव जीते। 1996 में उन पर बीजपी विधायकों के साथ मिलकर भैरोसिंह शेखावत सरकार गिराने की साजिश करने के आरोप लगे थे, हालांकि सरकार बच गई थी।

जुलाई 2020 में सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय भी भंवरलाल शर्मा चर्चित रहे थे। शर्मा पायलट खेमे के विधायकों के साथ बाड़ेबंदी में मानेसर रहे थे। जब अगस्त 2020 में सुलह हुई तो वे सबसे पहले आकर सीएम अशोक गहलोत से मिले, बाद में वे गहलोत के समर्थन में ही माने जाते रहे।

भंवरलाल शर्मा का मई 2014 में दिया गया बयान काफी सुर्खियों में रहा था। शर्मा ने राहुल गांधी और उनके सलाहकारों को जोकर कहा था। इसके बाद कांग्रेस ने शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था। उन्होंने कहा था कि गांधी परिवार का सदस्य होने के कारण राहुल को इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी दे दी गई। वरना उन्हें कोई अनुभव नहीं है। हालांकि, बाद में भंवर लाल शर्मा की कांग्रेस में वापसी हो गई थी।

Rajasthan | Senior Congress MLA Bhanwar Lal Sharma passes away pic.twitter.com/lxg9oplhTp

— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) October 9, 2022

Jaba Upadhyay

Jaba Upadhyay is a senior journalist with experience of over 15 years. She has worked with Rajasthan Patrika Jaipur and currently works with The Pioneer, Hindi.