उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के मिर्जापुर ( Mirzapur) जिले के महुवारी गाँव स्थित देवरहा बाबा के आश्रम पहुंचे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat) ने राष्ट्र के उत्थान और शत्रु राष्ट्रों के शमन के लिए हनुमान की आराधना की। सात ब्राह्मणों ने सविधि पूजन-अर्चन कराया। कलयुग के साक्षात देव रामदूत हनुमान को 51 मन के लड्डू का भोग लगाया। हनुमान की पूजा के बाद माता विंध्यवासिनी का दर्शन कर प्रयागराज के लिए प्रस्थान किया।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat) पहले देवरहा हंस बाबा आश्रम में पूजन एवं हवन कार्यक्रम में शामिल हुए। आश्रम स्थित हनुमान मंदिर में शुद्ध घी का मगदल (बेसन का लड्डू) का भोग लगाया गया। हनुमान मंदिर में पूजा करने के बाद मोहन भागवत भक्त प्रासाद चले गए। वहां कुछ समय के विश्राम के बाद पुन: देवरहा हंस बाबा से मिलने उनकी कुटिया में पहुंचे। उन्होंने हंस बाबा के चरण अपने सिर पर लेकर आशीर्वाद लेने के साथ ही हनुमत साधना की। उन्होंने राष्ट्र के उत्थान, भारत के विश्व गुरु बनने की कामना और शत्रु राष्ट्रों के शमन की कामना की। उन्होंने कैलाश मानसरोवर को भारत का पुनः अंग होने का संकल्प लेते हुए इसके पूर्ति की कामना की।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat) महुआरी कला गांव स्थित देवरहा हंस आश्रम में देवराहा हंस बाबा ने संघ प्रमुख को तकरीबन दो घंटे तक उपदेश दिए । कहा कि वे गोसेवा करें। गाय में सभी देवी- देवता व ऋषियों का निवास होता है। देवरहा हंस बाबा ने कहा कि वे अखंड भारत के निर्माण के लिए कार्य करें। एक समय था कि भारत देश का विस्तार अफगानिस्तान से लेकर बर्मा व चीन की सीमाओं तक था। प्राचीन भारत के उसी सपने को वह पूरा करें और अखंड भारत के निर्माण को साकार करें।
देवरहा हंस बाबा आश्रम में बुधवार को जो लड्डू चढ़ाए गए। उसमें आश्रम की गायों के दूध से बने शुद्ध घी का ही प्रयोग किया गया है। इस 51 मन लड्डू में 60 हजार लड्डू चढ़ाए गए। इसके लिए वाराणसी से कारीगर आए थे जिन्होंने पांच दिनों में इन लड्डूओं को तैयार किया।आश्रम के व्यवस्थापक नारायण महाराज ने बताया कि मोहन भागवत को प्रसाद स्वरूप 1001 पैकेट लड्डू प्रदान किए गए हैं जो वह लोगों में प्रसाद स्वरूप वितरित करेंगे।
सरसंघचालक मोहन भागवत महुआरी कला गांव में स्थित देवरहा हंस आश्रम में अपने निजी कार्यक्रम के बाद बुधवार की शाम मां विंध्यवासिनी के दरबार में पहुंचे। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गर्भ गृह में पहुंचकर विधि विधान से दर्शन पूजन किया एवं मंदिर प्रांगण में बैठकर कुछ देर देवी का ध्यान किया। साथ ही मंदिर पर विराजमान समस्त देवी देवताओं को प्रणाम कर परिक्रमा पथ पर पहुंचे।