वाराणसी (Varanasi) के जय प्रकाश नगर में शराब पीकर मारपीट कर रहे मनबढ़ युवकों ने बीचबचाव करने पर भाजपा नेता पशुपतिनाथ सिंह को पीट-पीट कर मार डाला। इसके साथ ही उनके छोटे बेटे राजन सिंह को अधमरा कर दिया। गुरुवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद पशुपतिनाथ सिंह का शव घर आया तो परिजनों में कोहराम मच गया।
इसके साथ ही मुहल्ले का माहौल भी गमगीन हो गया। वारदात के संबंध में 17 नामजद के खिलाफ सिगरा थाने में हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।मामले में 2 दरोगा सहित 9 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है। घटना को लेकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में जबरदस्त आक्रोश है।
वाराणसी (Varanasi) के सिगरा क्षेत्र स्थित जयप्रकाश नगर कॉलोनी में बुधवार रात सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। बुजुर्ग भाजपा नेता पशुपति नाथ सिंह की लाठी और डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पिता को बचाने आए बेटे राजन सिंह को लाठी और रॉड से वार कर अधमरा कर दिया। शराब पीने से टोकने पर मनबढ़ युवकों ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। 40 से 50 की संख्या में आए हमलावरों ने घर पर पथराव भी किया।
सिगरा थाना अंतर्गत जय प्रकाश नगर कॉलोनी में पशुपति नाथ सिंह (71) का मकान है। बगल में ही देसी और अंग्रेजी शराब का ठेका है। रात 8 बजे ठेके पर कुछ युवक शराब पीकर आपस में गाली-गलौज करते हुए भाजपा नेता के घर के दरवाजे पर आ गए। इस पर पशुपति नाथ और उनके बेटे राजन सिंह (45) ने मना किया। इसी बीच नशे में धुत दो युवकों से विवाद हो गया।
मोहल्ले के कुछ लोग एकत्रित हुए और युवकों की पिटाई कर दी। इसके बाद युवक गाली-गलौज करते हुए भाग निकले। कुछ ही देर में छह बाइक से 15-16 की संख्या में युवक आए लेकिन मोहल्ले में लोगों की संख्या अधिक होने के कारण चले गए। रात साढ़े आठ बजे के बाद 40 से 50 की संख्या में हॉकी, डंडे और रॉड से लैस होकर आए और पिता-पुत्र पर टूट पड़े।
पत्थरबाजी और हॉकी-डंडे से बेरहमी से पशुपति नाथ की पिटाई की। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण पशुपति नाथ ने घटनास्थल पर ही दम तोड दिया। वहीं, बेटा राजन सिंह भी अधमरा हो गया। इसके बाद हमलावर भाग निकले। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया।
पशुपतिनाथ सिंह 2012 में पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने कहा कि शराब पीकर मारपीट से मना करने पर अवांछनीय तत्वों ने भाजपा नेता की हत्या कर दी। सिगरा थाने में परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। हमलावरों को पकड़ने के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
जपप्रकाश नगर कॉलोनी में मनबढ़ युवकों का आतंक पहले से ही है। देसी शराब और बियर ठेका होने के चलते आए दिन युवकों में मारपीट की घटनाएं होती थी। इसकी शिकायत सिगरा थाने और नगर निगम चौकी पुलिस पर कई बार लोगों ने की। लेकिन पुलिस शिकायत को हल्के में लेती रही।
कुछ दिन पहले भी इसी कॉलोनी के तिराहे पर युवकों के गुटों में मारपीट हुई थी। बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में पहुंचे लोगों के मन में सिगरा पुलिस के प्रति काफी उबाल रहा। भाजपा कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय लोगों ने आरोप लगाया कि घटनास्थल पर सिगरा इंस्पेक्टर 45 मिनट के बाद पहुंचे। वहीं, नगर निगम पुलिस चौकी भी समय से नहीं पहुंची। इसे लेकर लोगों में भारी नाराजगी रही।पुलिस की 5 टीमों ने दबिश देकर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
वाराणसी (Varanasi) पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया, “घटना में प्रथम दृष्टया लापरवाही मिलने पर नगर निगम चौकी इंचार्ज नीरज ओझा, दरोगा ललित कुमार पांडेय, हेड कांस्टेबल देवी यादव, अनूप राय व मोहन कुमार और कांस्टेबल राम अवतार, नितिन, सुधांशु व दिनेश को सस्पेंड कर दिया गया है।
थाना सिगरा क्षेत्र में एक बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या के प्रकरण में पुलिस द्वारा अब तक की कार्यवाही के सम्बन्ध में #CP_VNS @SatishBharadwaj की बाइट #UPPolice #PoliceCommissionerateVaranasi https://t.co/5BVUppOa5j pic.twitter.com/deosUQqHIt
— POLICE COMMISSIONERATE VARANASI (@varanasipolice) October 13, 2022