प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी इस बार दिवाली (Diwali) मनाने के लिए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कारगिल क्षेत्र में पहुंचे हैं। यहां सेना के उच्च अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सीमा प्रहरियों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ एक भी लड़ाई ऐसी नहीं हुई है। जहां कारगिल ने विजय ध्वज न फहराया हो। दिवाली का अर्थ है कि आतंक के अंत के साथ उत्सव। यही कारगिल ने भी किया था। उन्होंने कहा कि हम युद्ध को अंतिम विकल्प मानते हैं, पर सामर्थ्य के बिना शांति संभव नहीं हो सकती।
नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद से हर साल दिवाली (Diwali) का त्योहार जवानों के साथ मनाते आ रहे हैं। इस बार 9वीं बार दिवाली मनाने के लिए सीमांत क्षेत्र कारगिल पहुंचे। 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद जवानों संग दिवाली मनाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कारगिल में कहा कि हम सिविलियन लोगों की दिवाली… हमारी आतिशबाजी अलग होती है। आपकी आतिशबाजी भी अलग और धमाके भी अलग होते हैं।
जवानों से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिना शक्ति के शांति कायम करना संभव नहीं है। भारत ने हमेशा युद्ध को सबसे अंतिम उपाय माना है। युद्ध चाहे लंका में हुआ हो या कुरुक्षेत्र में, अंतिम समय तक उसे टालने की ही कोशिश की गई। हम विश्व शांति के पक्षधर हैं।
मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद हर साल जवानों के साथ दिवाली (Diwali) मनाते आए हैं। 2014 में पहली बार उन्होंने सियाचिन में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई थी। यह 9वां साल है जब दिवाली पर मोदी जवानों के बीच पहुंचे हैं।
पीएम मोदी ने जवानों से कहा, ‘मेरे लिए तो वर्षों-वर्ष से मेरा परिवार आप ही सब हैं। मेरी दीपावली (Diwali) की मिठास आप के बीच बढ़ जाती है, मेरी दीपावली का प्रकाश आपके बीच है और अगली दिवाली तक मेरा पद प्रशस्त करता है। शौर्य की अप्रतिम गाथाओं के साथ ही हमारी परंपरा, मधुरता और मिठास भी अहम है। इसलिए भारत अपने त्योहारों को प्रेम के साथ मनाता है। पूरी दुनिया को उसमें शामिल करके मनाता है।’
पीएम मोदी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि दिवाली का मतलब है- आतंक के अंत का उत्सव। यही कारगिल ने भी किया था। कारगिल में हमारी सेना ने आंतक के फन को कुचला था और देश में जीत की ऐसी दिवाली मनी थी कि लोग आज भी याद करते हैं।
‘मेरा सौभाग्य था कि मैं उस जीत का साक्षी बना था और मैंने उस युद्ध को करीब से देखा था। मैं यहां के अधिकारियों का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे 23 साल पुरानी तस्वीरें दिखाकर वो पल मुझे याद दिलाए। देश के एक सामान्य नागरिक के तौर पर मेरा कर्तव्य मुझे जंग के मैदान तक ले आया था। हम जो भी मदद कर सकते थे, वही करने यहां आए थे। हम बस पुण्य कमाने आए थे।’
भारत माता की जय और वंदे मातरम के उद्घोष के साथ उन्होंने जवानों का उत्साह बढ़ाया। पीएम मोदी ने सैनिकों को जोश से भरपूर कविता भी सुनाई। वहीं, अपने संबोधन में उन्होंने जवानों को अपना परिवार बताया। पीएम ने कहा, लोग दिवाली पर्व अपने परिवार के साथ मनाते हैं। जवान ही मेरा परिवार हैं, इसलिए मैं अपने परिवार के साथ दिवाली मनाने आया हूं। आपके सामर्थ्य से देश में शांति और सुरक्षा है। आपके पराक्रम की वजह से हमारे पर्वों में चार चांद लग जाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर देश का जवान स्वदेशी हथियार का इस्तेमाल करेगा तो दुश्मन का परास्त होना तो तय होगा ही, जवान का हौसला भी दस गुना बढ़ जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, मेरे लिए तो वर्षों-वर्ष से मेरा परिवार आप ही सब ( सैनिक) हैं। मेरी दीपावली की मिठास आप के बीच बढ़ जाती है, मेरी दीपावली का प्रकाश आपके बीच है। आगे कहा कि देश सुरक्षित तभी होता है, जब बॉर्डर सुरक्षित हो। अर्थव्यवस्था सशक्त हो और समाज आत्मविश्वास से भरा हो। हाल ही में ईसरो ने ब्रॉडबेंड का विस्तार करते हुए करीब 36 सैटेलाइट स्पेस में छोड़े। पिछले सात-आठ साल में देश की अर्थव्यवस्था भी 10वें पायदान से पांचवें स्थान पर पहुंची है। ये सफलताएं सभी को गर्व करने का मौका देती हैं।
A group of soldiers from Tamil Nadu enthralled us with this amazing performance… pic.twitter.com/I32Jsmwdk2
— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2022
भारत के गौरव की शान,
तुम्हें देख हर भारतीय गर्व से भर जाता है। pic.twitter.com/oFJ8JSlR7g
— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2022