कर्नाटक के रामनगर जिले के श्री कंचुगल बंदे लिंगायत मठ के मुख्य संत बसवलिंगा स्वामीजी (Basavalinga Swamiji) ने मठ परिसर के अंदर अपने कक्ष में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके कक्ष से तीन पेज का सुसाइड नोट मिला है। पुलिस ने उनकी अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इसे पहले सितंबर में बेलगावी में श्री गुरु मैदिवालेश्वर लिंगायत मठ के संत बसवा सिद्धलिंग स्वामी( बसवा सिद्धलिंग स्वामी )ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी ।
कुडुर पुलिस थाने के प्रमुख ने बताया कि बसवलिंगा स्वामी (Basavalinga Swamiji) की कथित खुदकुशी की घटना सोमवार सुबह रामनगर जिले के मगड़ी के पास केम्पापुरा गांव में हुई। उनका शव मठ के पूजा घर की खिड़की की जाली से फांसी पर लटका मिला।
बसवलिंगा स्वामी (Basavalinga Swamiji) 1997 में इस 400 साल पुराने मठ के मुख्य पुजारी बने थे। सोमवार सुबह करीब 6 बजे कुछ शिष्यों ने उन्हें फांसी पर लटका पाया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीलामंगला के सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
पोस्टमॉर्टम के बाद शव मठ को सौंप दिया गया। पुलिस को उनके कक्ष से दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। मठ के सूत्रों के अनुसार कुछ लोग उनकी चरित्र हत्या का प्रयास कर रहे थे। इसके अलावा कुछ समय से मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया जा रहा था ।करीब 10 से 15 लोगों पर साधु को परेशान करने का संदेह है, जिनमें से दो के नाम सुसाइड नोट में बताए गए हैं।रामनगर जिले के पुलिस अधीक्षक के संतोष बाबू ने को बताया कि मौत के संभावित कारणों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
मठ का 400 से अधिक वर्षों का इतिहास है और इसे मगदी के सबसे बड़े मठों में से एक कहा जाता है। यह कई शिक्षण संस्थान भी चलाता है। द्रष्टा को 25 साल पहले मठ के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था।
Karnataka | A body of another seer Basavalinga Swami of Sri Kanchugal Bande Mutt, aged 45, was found in a room of the mutt in Ramnagara district, yesterday. The seer had an unnatural death. Case registered at Kudur PS: Police
— ANI (@ANI) October 25, 2022