मल्ल्किार्जुन खड़गे के कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही राजस्थान ( Rajasthan ) के प्रभारी महासचिव अजय माकन( Ajay Maken ) ने इस्तीफा दे दिया है। माकन सहित सभी सीडब्ल्यूसी सदस्यों, महासचिवों, प्रभारियों ने भी इस्तीफे दिए हैं। अब खड़गे नए सिरे से इन पदों पर नियुक्तियां करेंगे। राजस्थान से सीडब्ल्यूसी सदस्य रघुवीर मीणा, पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी, गुजरात प्रभारी रघु शर्मा, प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह ने भी नए कांग्रेस अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट करके सभी सीडब्ल्यूसी सदस्यों, महासचिवों, प्रभारियों के नए अध्यक्ष को इस्तीफे देने की जानकारी दी है। राजस्थान प्रभारी अजय माकन( Ajay Maken ) का इस्तीफा भी इसी कारण हुआ है। अब नए सिरे से राज्यों के प्रभारियों की नियुक्ति होगी। माकन के राजस्थान प्रभारी पद से इस्तीफे के बाद अब नए प्रभारी के नामों को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।अब राजस्थान के प्रभारी महासचिव को लेकर सबसे ज्यादा उत्सुकता है। कांग्रेस अध्यक्ष अब किसी न्यूट्रल नेता को राजस्थान प्रभारी बना सकते हैं।
अजय माकन ( Ajay Maken )को अगस्त 2020 में अविनाश पांडे की जगह राजस्थान का प्रभारी महासचिव नियुक्त किया गया था। अविनाश पांडे को सचिन पायलट खेमे की शिकायत के बाद हटाया गया था। पांडे पर अशोक गहलोत खेमे का पक्ष लेने के आरोप लगते थे। सचिन पायलट खेमे की बगावत के बाद हुई सुलह में यह मुद्दा उठा था। पायलट खेमे से सुलह के सप्ताह भर बाद ही अविनाश पांडे को प्रभारी पद से हटाकर अजय माकन को राजस्थान का प्रभारी बनाया गया था।
राजस्थान में अब जो भी नेता नया प्रभारी बनकर आएगा। उसके सामने पहली चुनौती गहलोत और पायलट खेमों के बीच तालमेल की रहेगी। दोनों खेमों के बीच न्यूट्रल होकर काम करना और दोनों को साधकर रखना बड़ी चुनौती होगा।
राजस्थान में पिछले लंबे अरसे से जो भी प्रभारी रहे, उन पर पक्षपात के आरोप लगे हैं, ऐसे में नए प्रभारी के सामने खुद को न्यूट्रल रखना चुनौती होगी। बूथ से लेकर ब्लॉक, जिला लेवल तक खाली पड़े संगठन के पदों को जल्द से जल्द भरना भी नए प्रभारी के जिम्मे रहेगा।