मैनपुरी ( Mainpuri )लोकसभा सीट के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ( Dimple Yadav )को प्रत्याशी बनाया गया है। सपा ने गुरुवार को उनके नाम की घोषणा कर दी। बता दें कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है।
समाजवादी पार्टी मैनपुरी से उम्मीदवार के तौर पर डिंपल यादव के अलावा तेज प्रताप यादव और धर्मेंद्र यादव के नाम पर विचार कर रही थी, लेकिन बृहस्पतिवार को डिंपल यादव ( Dimple Yadav )के नाम पर मुहर लग गई है। डिंपल इससे पहले कन्नौज से सांसद रह चुकी हैं। फिरोजाबाद से भी चुनाव लड़ी थी, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। डिंपल यादव के चुनाव का संचालन खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करेंगे।
मैनपुरी में लोकसभा उपचुनाव के लिए पहले दिन कोई भी प्रत्याशी नामांकन करने के लिए नहीं पहुंचा। वहीं भाजपा नेता सतीश पाल ने एक पर्चा खरीदा। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।
दस नवंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन अब तक भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। ऐसे में अभी भाजपा प्रत्याशी मैदान में उतरने के बाद ही चुनावी सरगर्मियां जोर पकड़ सकेंगी। सपा प्रत्याशी व अन्य नामांकन कब करेंगे, इस संबंध में भी अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
मैनपुरी उपचुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने भी ताल ठोंकी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर (ओपी राजभर) ने बुधवार को सुभासपा प्रत्याशी का एलान किया था। उन्होंने मैनपुरी उपचुनाव में रमाकांत कश्यप को प्रत्याशी बनाया है। रमाकांत कश्यप इटावा के रहने वाले हैं। हालांकि भाजपा ने अभी अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ( Dimple Yadav )का राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। डिंपल अपना पहला चुनाव हार गई थीं, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने अपना आत्मविश्वास बनाए रखा। उनके भाषणों में शालीनता साफ दिखती है, यही वजह है कि वह कम समय में ही लोगों के दिलों में उतरती चली गईं।
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की दो सीटों फिरोजाबाद और कन्नौज से चुनाव लड़ा। बाद में अखिलेश ने फिरोजबाद सीट छोड़ दी थी। उपचुनाव में डिंपल को वहां से उम्मीदवार बनाया। लेकिन डिंपल ( Dimple Yadav )कांग्रेसी नेता राज बब्बर से चुनाव हार गईं थी।