उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने स्कूल आफ बिजनेस स्टडीज, कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना, पंजाब की प्रोफेसर प्रतिभा(Prof. Pratibha Goyal) गोयल को डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या (Ayodhya )का कुलपति नियुक्त किया है। उन्हें 3 वर्षों के लिए राज्यपाल ने इनको नियुक्त किया हैl
प्रो. प्रतिभा गोयल (Prof. Pratibha Goyal)इस समय पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना के स्कूल आफ बिजनेस स्ट्डीज विभाग में कार्यरत हैं। राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने इन्हें पदभार ग्रहण करने की तारीख से तीन वर्ष के लिए कुलपति नियुक्त किया है। अवध विश्वविद्यालय में बीते करीब छह महीने पहले प्रो. रवि शंकर सिंह को नियुक्तियों में गड़बड़ी के आरोप में हटा दिया गया था और प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय, प्रयागराज के कुलपति प्रो. अखिलेश सिंह को कुलपति का चार्ज दे दिया गया था। अब शुक्रवार को राजभवन ने यहां पूर्णकालिक कुलपति की तैनाती कर दी।
प्रो. प्रतिभा गोयल (Prof. Pratibha Goyal)ने पंजाब विश्वविद्यालय पटियाला से वर्ष 1987 में बीए आनर्स की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने अमृतसर के गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री वर्ष 1989 में हासिल की। उसके बाद प्रतिभा ने पंजाबी विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री वर्ष 1993 में हासिल की। शिक्षा के क्षेत्र में अपने नाम के अनुरूप ही उन्होंने प्रतिभाशाली प्रदर्शन किया। इसलिए उनको वर्ष 1994 में ही पीएयू में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी मिल गई। उसके बाद वे वर्ष 2003 से 2009 तक एसोसिएट प्रोफेसर रहीं। वर्ष 2009 से लेकर अब तक वे प्रोफेसर की भूमिका निभा रही हैं। उन्हें ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में महारत हासिल हैं।
प्रो. प्रतिभा ने पंजाब के लघु उद्योगों में बाल मजदूरी को लेकर रिसर्च भी की है। काल सेंटरों में मानव संसाधन की कार्यप्रणाली और नौकरी को लेकर संतुष्टि के अलावा पंजाब के रिटेल सेक्टर में रोजगार के अवसरों पर भी उन्होंने रिसर्च की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इनके स्ट्रेस मैनेजमेंट के क्षेत्र में किए गये कार्य की सराहना भी की गई है।
फिलहाल अभी प्रतिभा गोयल (Prof. Pratibha Goyal)ने चार्ज नहीं लिया हैl उन्होंने बताया कि वे बहुत जल्द अयोध्या पहुंचकर कार्यभार ग्रहण करेंगी। फिलहाल स्थाई कुलपति के लिए अविवि गत छह माह से बेचैन हैl विश्वविद्यालय में मनमाने ढंग से नियुक्ति किए जाने के मामले में शिकायत के बाद राज्यपाल आनंदी बेन ने कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह से इस्तीफा ले लिया था।