केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने शुक्रवार को कहा कि कर्नाटक ( Karnataka) के मंगलुरु विस्फोट ( Mangaluru blast )के आरोपियों ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) से ट्रेनिंग ली हुई है। इतना ही नहीं, इन लोगों ने देश में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 40 से ज्यादा लोगों को प्रशिक्षित भी किया है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि आरोपी शारिक 19 नवंबर को कुकर बम से मंगलुरु के कादरी मंजूनाथ स्वामी मंदिर में विस्फोट करने वाला था। शारिक से मंगलुरु और उसके आसपास के इलाकों में स्थित कई मंदिरों के नक्शे मिले हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने इसके लिए पुख्ता प्लान तैयार कर रखा था।
करंदलाजे ने दावा किया कि मंगलुरु विस्फोट ( Mangaluru blast )आरोपियों का उद्देश्य तटीय कर्नाटक में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था। उनके टारगेट पर मंदिर और कई नेता भी थे। भाजपा नेता ने यह भी कहा कि केरल और कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में ISIS द्वारा प्रशिक्षित लोग और प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्य आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं।
शोभा करंदलाजे ने 2020 में शारिक की गिरफ्तारी और उसके जमानत पर छूटने की वजह भी बताई। केंद्रीय मंत्री ने बताया- मंगलुरु ब्लास्ट( Mangaluru blast ) के आरोपी 24 साल के मोहम्मद शारिक ने 2020 में मंगलुरु शहर में कुछ सार्वजनिक दीवारों पर आतंकियों के समर्थन में कुछ नारे लिखे थे। तब वह सही जांच नहीं होने की वजह से जमानत पर छूट गया था।
बता दें कि कर्नाटक के मंगलुरु में 19 नवंबर को ऑटो रिक्शा में एक विस्फोट हुआ था। इसका मुख्य आरोपी शारिक है। पुलिस के मुताबिक आरोपी मोहम्मद शारिक कुकर बम लेकर ऑटो में पैसेंजर बनकर बैठा था। उसका टारगेट शहर का भीड़-भाड़ वाला इलाका था। गनीमत रही कि बम ऑटो में ही फट गया और खुद शारिक इसका शिकार हाे गया। राज्य सरकार ने इसे आतंकी घटना बताते हुए मामले की जांच NIA को सौंप दी है।