राजस्थान ( Rajasthan )के भरतपुर (Bharatpur ) में बीती रात एक पुलिसवाले सहित तीन भाइयों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। पुलिसकर्मी के बेटे से झगड़े के बाद ने एक थप्पड़ मार दिया था, इसी का बदला लेने के लिये तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया । पड़ोस में रहने वाले आरोपी ने अपने साथियों के साथ उसके परिवार पर हमला कर दिया। इस हमले में दो महिला व एक पुरुष बुरी तरह से घायल हो गए हैं। गोलियों की आवाज से इलाके में दहशत फैल गई और पूरे गांव में हड़कंप मच गया।थप्पड़ का बदला लेने के लिए दोस्त ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को भरतपुर के जिला हॉस्पिटल में एडमिट कराया है। गांव में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
मामला भरतपुर (Bharatpur ) के कुम्हेर थाना इलाके का है। पुलिस ने बताया कि भरतपुर के सकरौरा गांव में आपसी रंजिश के चलते आरोपी युवक लाखन (31) ने अपने 10-11 साथियों के साथ मिलकर पड़ोस में रहने वाले गजेंद्र के परिवार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
फायरिंग में तीन भाइयों समंदर (58), गजेंद्र (52) और ईश्वर (54) की मौत हो गई। जबकि गजेंद्र की पत्नी माया (48), गजेंद्र का बेटा टेनपाल (29) और टेनपाल की पत्नी रवीना (28) बुरी तरह जख्मी हो गए। गजेंद्र आरएसी अलवर में कॉन्स्टेबल था। वहीं, ईश्वर और समंदर गांव में ही खेती करते थे।
सिकरौरा गांव भरतपुर (Bharatpur ) जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर दूर है। गांव में रहने वाले कॉन्स्टेबल गजेंद्र के बेटे टेनपाल का 24 नवंबर को उसके घर के सामने रहने वाले लाखन से झगड़ा हो गया था।
दोनों के झगड़े की गांव के सरपंचों ने सुलह करवा दी थी, लेकिन लाखन ने सुलह के बाद भी रंजिश रखी और शुक्रवार देर रात अपने 10 से ज्यादा साथियों को गांव में बुलाया। दो कार में सवार होकर आए आरोपी हथियारों के साथ गजेंद्र के घर के बाहर पहुंचे और गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद एक हवाई फायर किया गया।
फायरिंग की आवाज सुनकर गजेंद्र सिंह बाहर निकले तो बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। घर के पास ही गजेंद्र के दो भाइयों ईश्वर और समंदर के मकान हैं। वे भी फायरिंग की आवाज से बाहर आए तो उन पर भी गोलियां चला दीं।
इसके बाद घर के अंदर से निकले टेनपाल को भी गोली मारी। कुछ बदमाश घर के अंदर घुसे और टेनपाल की पत्नी और मां पर भी गोलियां चला दीं। वारदात के बाद सभी आरोपी फरार हो गए।
भरतपुर में करीब डेढ़ माह के भीतर ऐसा दूसरा हत्याकांड हुआ है। यहां के पथैना में भी आपसी विवाद के चलते गांव के ही आरोपियों ने पिता और दो बेटों की दिन-दहाड़े हत्या कर दी थी।
उस हमले में भी फायरिंग की गई थी और मरने वालों में एक आरएसी कॉन्स्टेबल शामिल था। हालांकि, इस हमले के आरोपियों को पुलिस ने जल्द ही गिरफ्तार कर लिया था।