दिल्ली ( Delhi ) के द्वारका इलाके में बाइक सवार युवकों ने नाबालिग छात्रा पर तेजाब फेंक दिया। घटना बुधवार सुबह की है। पीड़ित को सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उपायुक्त ने यह जानकारी दी।वहीं इस घटना पर लोगों का गुस्सा भी फूट पड़ा है। पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि ऐसे लोगों को सार्वजनिक तौर पर फांसी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि डर पैदा करना होगा।
दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) को छानबीन में सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है, फुटेज में देखा जा सकता है कि एक बाइक से दो युवक आते हैं और फिर वह छात्रा पर एसिड अटैक कर देते हैं। इसके बाद घटनास्थल से दोनों युवक बाइक से फरार हो जाते हैं। इस घटना को अंजाम देते वक्त दोनों युवकों ने अपना चेहरा ढ़क रखा था।
दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) के मुताबिक, पीएस मोहन गार्डन इलाके में एक नाबालिग छात्रा पर तेजाब फेंकने की घटना के संबंध में सुबह करीब नौ बजे पीसीआर कॉल आई। इसमें कहा गया था कि 17 साल की एक लड़की पर सुबह करीब साढ़े सात बजे बाइक सवार दो आरोपियों ने कथित तौर पर तेजाब जैसे किसी पदार्थ से हमला किया।
घटना के वक्त वह लड़की अपनी छोटी बहन के साथ थी। उसने अपने परिचित दो लोगों पर शक जताया है। जांच चल रही है।लड़की के पिता ने मीडिया को बताया कि बेटी की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा, “मेरी बेटियां आज सुबह एक साथ बाहर निकली थीं। छोटी बेटी भागते हुए घर पर आई और उसने बताया कि 2 लड़के दीदी पर एसिड डालकर चले गए। उनके चेहरे भी ढके हुए हैं इसलिए कुछ पता नहीं चल पा रहा है। उसकी(पीड़िता) हालत अभी बहुत खराब है, उसके दोनों आंखों में एसिड चला गया है।”
छात्रा की बहन ने बताया कि जब हम दोनों बहन स्कूल जा रहे थे, तब दीदी अचानक चीखने लगीं। इसके बाद दीदी ने कहा कि पापा को बुलाओ। जिसके बाद मैंने उनका चेहरा देखा, तब मैं घबरा गई। इसके बाद भागी-भागी घर पहुंची और पापा को बुलाया। जिसके बाद दीदी को अस्पताल ले जाया गया। एक बाइक पर दो लोग सवार थे, बाइक पर नंबर प्लेट नहीं थी। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आरोपी युवक पूरी प्लानिंग के साथ घटना को अंजाम दिए हैं।
लेकिन जब मैंने सीसीटीवी फुटेज देखा तो पहचान लिया कि ये दोनों हनी और सचिन थे। ये दोनों लड़के दीदी को पहले से ही जानते थे, लेकिन कुछ हुआ था जिसके कारण दीदी ने बातचीत करना बंद कर दी थी। हालांकि, दोनों लड़कों की पापा से बातचीत होती थी।
गौतम गंभीर ने छात्रा पर एसिड फेंकने वाले व्यक्तियों को सार्वजनिक रूप से फांसी देने की मांग की। गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि शब्द कोई न्याय नहीं कर सकते। हमें इन जानवरों में बेहिसाब दर्द का डर पैदा करना होगा। द्वारका में स्कूली छात्रा पर तेजाब फेंकने वाले लड़कों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।
दिल्ली महिला आयोग प्रमुख स्वाति मालीवाल ने इस घटना पर चिंता जताते हुए राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने घटना का वीडियो शेयर करते हुए पूछा- देश की राजधानी में दिन दहाड़े एक स्कूली बच्ची पर 2 बदमाश दबंगई से तेजाब फेंककर निकल जाते हैं। क्या किसी को भी अब कानून का डर है ? क्यों तेजाब पर बैन नहीं लगाया जाता ? शर्म की बात है।
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा- एसिड सब्जियों की तरह आसानी से मिल रहा है। सरकार इसकी खुदरा बिक्री पर रोक क्यों नहीं लगा रही। दिल्ली महिला आयोग सालों से इस पर बैन की मांग कर रहा था। सरकारें कब जागेंगी? वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले की जांच के लिए एक टीम सफदरजंग हॉस्पिटल भेज दी है।
वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को लेटर लिखा है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की कार्रवाई शुरू करें।
Words can’t do any justice. We have to instil fear of immeasurable pain in these animals. Boy who threw acid at school girl in Dwarka needs to be publicly executed by authorities.
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) December 14, 2022
देश की राजधानी में दिन दहाड़े एक स्कूली बच्ची पर 2 बदमाश दबंगई से तेज़ाब फेंककर निकल जाते हैं… क्या किसी को भी अब क़ानून का डर है ? क्यों तेज़ाब पर बैन नहीं लगाया जाता ? SHAME pic.twitter.com/kaWWQYey7A
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) December 14, 2022