तवांग में भारत-चीन के बीच झड़प को लेकर राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के बयान पर राजनीति तेज हो गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ( S Jaishankar ) ने राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि जवानों के लिए पिटाई शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जयशंकर ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि हमारी सेना इस तरह की भाषा डिजर्व नहीं करती है। राजनीति में आप विरोध कर सकते हैं, अलग विचार रख सकते हैं, लेकिन सेना का अपमान नहीं करना चाहिए।
एस जयशंकर ( S Jaishankar ) ने कहा- मैंने सुना है कि कुछ लोग मेरी समझदारी पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन जवानों को किसी भी तरह से निशाने पर नहीं लेना चाहिए। हमारे जवान यांग्त्से में 13000 फीट की ऊंचाई पर सीमा की रक्षा कर रहे हैं। उनके लिए पिटाई जैसे शब्द का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है।विदेश मंत्री ने कहा कि हमें अपनी सेना के जवानों की सम्मान और उनकी सराहना करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे, तो भारतीय सेना को सीमा पर किसने भेजा। अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे, तो आज चीन पर डी-एस्केलेशन और डिसइंगेजमेंट के लिए दबाव क्यों बना रहे हैं? हम सार्वजनिक रूप से क्यों कह रहे हैं कि हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं? एस जयशंकर ने कहा, ‘मैंने सुना है कि विदेश मंत्री के तौर पर मुझे अपनी समझ को और गहरा करने की जरूरत है। गौरतलब है कि जो नेता मुझे यह सलाह दे रहे हैं, उस नेता के सम्मान में मैं नतमस्तक ही हो सकता हूं।’
भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने पर जयपुर में राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए चीन के मसले पर विदेश मंत्री को नसीहत दी थी। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर को ( SJaishankar ) अपनी सोच और समझ बड़ी करनी चाहिए। चीन की तैयारी युद्ध की है। सरकार इस मसले को नजरअंदाज कर रही है और इससे संबंधित जानकारियों को छुपाने की कोशिश कर रही है। चीन युद्ध की तैयारी कर रहा, सरकार सोई हुई है।
राहुल ने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार रणनीतिक रूप से काम नहीं करती, इवेंट बेस काम करती है। जहां जिओ पॉलिटिक्स की बात आती है, वहां इवेंट काम नहीं आते, वहां ताकत काम आती है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि चीन पर कोई सवाल नहीं पूछ रहा है। चीन ने 2 हजार स्क्वायर किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया। हिंदुस्तान के 20 जवानों को शहीद किया। वे हमारे जवानों को अरुणाचल प्रदेश में पीट रहे हैं।
हमें राजनीतिक आलोचना से कोई समस्या नहीं है लेकिन हमें अपने जवानों का अपमान नहीं करना चाहिए।जब मैं देखता हूं कि कौन सलाह दे रहा है तो मैं केवल झुक सकता हूं और सम्मान कर सकता हूं।जवानों के लिए पिटाई शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए: राहुल गांधी के बयान पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर pic.twitter.com/xsmDrvPQ9g
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2022
We’ve no problem with political criticism but we should not disrespect our jawans. I have heard that my own understanding needs to be deepened. When I see who is giving the advice I can only bow & respect. The word ‘pitai’ should not be used for our jawans: EAM Dr S Jaishankar https://t.co/6pH41dMREO pic.twitter.com/QbJjtIbps1
— ANI (@ANI) December 19, 2022