देशभर में चर्चित कन्हैया लाल हत्याकांड के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए( NIA)ने घटना के 177 दिन बाद गुरुवार को जयपुर ( Jaipur ) की अदालत में नौ आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी। इस मामले में अगली सुनवाई तीन जनवरी को रखी गई है। बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में बीते 29 जून को टेलर कन्हैयालाल की सरेआम गला रेंत कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य अभियुक्त मोहम्मद रियाज अत्तारी, गौस मोहम्मद समेत करीब 9 लोगों को गिरफ्तार किया था।
मिली जानकारी के अनुसार एनआईए ( NIA)ने आरोपितों की गैरमौजूदगी में ही उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों की विशेष अदालत में चार्जशीट पेश किया और दावा किया कि सभी आरोपित कट्टरपंथी तब्लीगी समाज से जुड़े हैं। जिसमें बताया गया कि कन्हैयालाल की हत्या को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने पहले इंटरनेट मीडिया पर कट्टरपंथियों का ग्रुप बनाया और मोहम्मद रियाज तथा गौस मोहम्मद ने हत्याकांड को अंजाम दिया, जबकि अन्य आरोपितों ने उन्हें साथ दिया। एनआईए ने चार्जशीट में दावा किया किया कि यह साधारण अपराध नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश थी, जिसका उद्देश्य उदयपुर ही नहीं, बल्कि एक लोकतांत्रिक देश के लोगों में भय का माहौल पैदा करना था।
उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड में पाकिस्तान कनेक्शन की आशंका सही साबित हुई है। हत्याकांड के 177 दिन बाद गुरुवार को एनआईए ने चार्जशीट में पूरे मामले को आतंकी मॉड्यूल माना गया है। बताया गया है कि देशभर में डर फैलाने के लिए हत्या की गई। इसीलिए वीडियो भी बनाया गया। मुख्य आरोपी रियाज और गौस मोहम्मद समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें दो पाकिस्तानी भी शामिल हैं।
एनआईए( NIA) ने अपनी जांच के बाद कराची में रहने वाले दो आरोपियों को जोड़ा है। हालांकि, अब तक ये क्लियर नहीं हो पाया है कि पाकिस्तान के दोनों आरोपियों का इस मर्डर क्या और कैसा रोल रहा है? ये दोनों युवक कई ग्रुप के एडमिन होने के साथ भड़काऊ मैसेज भेजते थे। इन्हीं ग्रुपों में ये सभी आरोपी जुडे़ हुए थे। दोनो फिलहाल एनआईएकी पकड़ से दूर हैं।

एनआईए मामलों की स्पेशल कोर्ट के जज के अवकाश पर होने के चलते न्यायालय ने ऑफिस रिपोर्ट के लिए 3 जनवरी 2023 की तारीख तय की गई है। सभी आरोपियों की कोर्ट में पेशी भी नहीं हो पाई है। 3 जनवरी को ही चालान पर भी सुनवाई होगी।
जयपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश चार्जशीट में एनआईए टीम ने 11 लोगों को आरोपी बनाया है। चार्जशीट में साफ लिखा गया है कि- आरोपियों ने एक आतंकी मॉड्यूल के रूप में काम कर बदला लेने की साजिश रची थी। आरोपी कट्टरपंथी थे और भारत समेत दुनिया भर में आने वाले आपत्तिजनक ऑडियो/वीडियो/ मैसेज से प्रेरित थे। दोनों आरोपियों ने पूरे देश में खौफनाक तरीके से अंजाम देने के लिए चाकूओं और हथियारों की व्यवस्था की थी।
आरोपियों के मन में कन्हैयालाल की फेसबुक पोस्ट को लेकर आक्रोश था। कट्टरपंथी होने के चलते पूरे भारत में आतंक फैलाने के मकसद से आरोपियों ने हत्या का वीडियो बनाया और उसे वायरल किया। उन्होंने भारत के लोगों के बीच इस्लाम के प्रति लिखने पर डरने और आतंक फैलाने के इरादे से एक और धमकी भरा वीडियो भी शूट किया था।
उल्लेखनीय है कि भाजपा प्रवक्ता रही नुपुर शर्मा के समर्थन में कन्हैयालाल दर्जी के बेटे ने उनके मोबाइल फोन पर एक पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर वायरल की थी। जिसको लेकर कट्टरपंथी युवाओं ने कन्हैयालाल को धमकाया। कन्हैयालाल के माफी मांगे जाने के बाद भी उसे धमकी मिलती रही तो कन्हैयालाल ने धानमंडी थाने में मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और दोनों पक्षों में समझौता कराकर मामले को शांत करा दिया।
मगर कन्हैयालाल को धमकी मिलने का सिलसिला जारी रहा। धमकियां नहीं थमने पर दो सप्ताह तक कन्हैयालाल ने अपनी दर्जी की दुकान नहीं खोली और पंद्रह दिन बाद गत 28 जून को जब वह अपनी दुकान पर पहुंचा तो वहां पहुंचे गौस मोहम्मद और मौहम्मद रियाज ने धारदार हथियार से उसकी गला रेतकर हत्या कर दी। यहीं नहीं, उन्होंने वारदात का लाइव वीडियो और उसके बाद धमकी भरा एक अन्य वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करते हुए अन्य लोगों को भी इसी तरह सबक सिखाने की धमकी दी थी।वहीं, कन्हैयालाल साहू के बड़े बेटे यश ने अपने पिता की हत्यारों को जब तक फांसी नहीं हो जाती, तब तक नंगे पैर रहने का प्रण लिया है।
National Investigation Agency (NIA) has filed chargesheet against 11 accused persons in the case of the brutal killing of Kanhaiya Lal Teli in Udaipur, Rajasthan by two assailants in June this year.
— ANI (@ANI) December 22, 2022