दो महीने से नंगे पांव घूम रहे मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia )ने चप्पलें पहना दी है। ऊर्जा मंत्री अपने निर्वाचन क्षेत्र में सड़कें नहीं बनने से नाराज थे, और विरोध स्वरूप सड़कों को जल्द बनवाने का संकल्प लेकर चप्पल-जूते त्यागने की घोषणा कर दी थी। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें चप्पल पहनाईं। यह इतिहास में पहली बार है जब सिंधिया घराने के किसी महाराज ने अपने हाथों से किसी को चप्पल पहनाई हो। ऊर्जा मंत्री ने अपनी विधानसभा की तीन सड़कें नहीं बनने तक जूते-चप्पल त्याग दिए थे। इन सड़कों का अब 80 से 90 प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका है।
इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia )ने ऊर्जा मंत्री से कहा, आपका संकल्प जनता के हित में था और वह सफल हुआ है। सिंधिया के चप्पल पहनाए जाने के बाद ऊर्जा मंत्री ने भी उनका आभार माना। कहा- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सहयोग से यह हो पाया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर होने वाले आयोजन में शामिल होने ग्वालियर ( Gwalior ) आये थे । नदीगेट पर पोलिंग बूथ के कार्यक्रम में उन्होंने ऊर्जा मंत्री को चप्पल पहनाईं। सिंधिया ने मंत्री तोमर के लिए बाजार से नई चप्पल मंगाई। कार्यक्रम में ही अपने हाथों से पहनाई। इस दौरान सिंधिया ने मंत्री से कहा कि अब तो बन गई सड़कें और आपका संकल्प भी पूरा हो गया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia )के इतना कहते ही मंत्री तोमर ने चप्पल पहन ली। 65 दिन तक वह बिना चप्पल और जूतों के रहे। इस दौरान वे सड़कों पर नंगे पैर ही निरीक्षण करते थे, रात को घूमते थे और पूरे प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों में, यहां तक कि शादियों में भी नंगे पैर ही पहुंचते थे।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर 20 अक्टूबर को भोपाल से लौटने के बाद अपनी विधानसभा क्षेत्र में निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां निरीक्षण के दौरान उन्होंने लक्ष्मण तलैया, गैंडेवाली सड़क और जेएएच रोड को खुदा पड़ा देखा था। स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया था कि किस तरह सड़क उनको दर्द दे रही हैं। आए दिन हादसे हो रहे हैं। सड़कें बनाने के नाम पर महीनों से खुदी पड़ी हैं।
इसके बाद जनता का दर्द खुद महसूस करने के लिए और सड़कों को जल्द बनवाने का संकल्प लेकर ऊर्जा मंत्री ने उसी दिन से चप्पल-जूते त्यागने की घोषणा कर दी थी। उनका कहना था कि वे खुद भी तब तक चप्पल नहीं पहनेंगे, जब तक कि ये तीनों सड़कें चलने लायक नहीं हो जाएंगी। कांग्रेस ने ऊर्जा मंत्री तोमर पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि वे अपनी ही सरकार में सड़कें नहीं बनवा पा रहे हैं, तो चप्पल नहीं, पद छोड़ देना चाहिए।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा है कि जिन सड़कों के लिए मैंने चप्पल त्यागी थी, उनमें से गेंडेवाली सड़क और लक्ष्मण तलैया में काम 90 फीसदी पूरा हो चुका है। तीसरी रोड जेएएच रोड थी। यहां भी 60 फीसदी काम हो चुका है। मैं आभार मानता हूं प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह और हमारे ज्योतिरादित्य सिंधिया का, जिनके सहयोग से यह सड़कें बनीं। प्रदेश सरकार सड़कों के लिए लगातार फंड दे रही है। जल्द और भी सड़कों का काम पूरा होगा।
ग्वालियर प्रभारी मंत्री श्री Tulsi Silawat जी, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री अभय चौधरी जी ने भारतीय जनता पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ताओ की उपस्थिति में मुझे चप्पल धारण कराकर अनुग्रहित किया। 2/5 pic.twitter.com/0KkXGSWwLv
— Pradhuman Singh Tomar (@PradhumanGwl) December 25, 2022