वरिष्ठ भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ( Keshari Nath Tripathi )का रविवार सुबह 5 बजे प्रयागराज (Prayagraj ) में निधन हो गया। उनकी उम्र 88 साल थी। उन्हें दिसंबर में हाथ में फ्रैक्चर और सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उत्तर प्रदेश के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था।
इसके बाद त्रिपाठी को कमजोरी आने की वजह से ICU में एडमिट किया गया था। इलाज एक हफ्ते से ज्यादा चलने के बाद उन्हें घर लाया गया, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। केशरी नाथ त्रिपाठी 3 बार यूपी विधानसभा के अध्यक्ष और यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे। वह हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता रहे। राजनेता होने के साथ त्रिपाठी संविधान के अच्छे जानकार थे।बता दें कि केसरी नाथ त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष का 1991-1993, 1997-2002 और मई 2002 से मार्च 2004 तक कार्यभार संभाला था।
वर्ष 2003 में मुलायम सिंह यादव की सरकार को बनवाने में और उसे 5 साल तक चलवाने में यूपी विधानसभा के तत्कालीन अध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी ( Keshari Nath Tripathi )का अहम योगदान माना जाता है। केसरीनाथ त्रिपाठी की कुशल राजनेता के तौर पर पहचान रही है। ऐसे राजनेता, जो अपने फैसले पर हमेशा डटे रहे। उत्तर प्रदेश विधानसभा हो या पश्चिम बंगाल का राज्यपाल का पद दोनों ही स्थानों पर उन्होंने अपनी छाप छोड़ी। ममता बनर्जी के साथ अदावत और तृणमूल कांग्रेस एवं कम्युनिष्ट के गढ़ में भाजपा को स्थापित करने में उनके निर्णय और कार्यों की बड़ी भूमिका रही। कई मौकों पर ममता बनर्जी और केसरी नाथ त्रिपाठी आमने-सामने आते दिखे थे।
जुलाई 2014 से 2 जुलाई 2019 तक वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में नियुक्त रहे थे। केसरीनाथ त्रिपाठी ( Keshari Nath Tripathi )बिहार, मेघालय और मिजोरम के राज्यपाल के पद पर भी रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके कहा, “श्री केशरी नाथ त्रिपाठी जी को उनकी सेवा और बुद्धि के लिए सम्मान दिया जाता था। वे संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे। उन्होंने यूपी में भाजपा के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राज्य की प्रगति के लिए कड़ी मेहनत की। उनके निधन से आहत हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। शांति।”
Shri Keshari Nath Tripathi Ji was respected for his service and intellect. He was well versed in Constitutional matters. He played a key role in building BJP in UP and worked hard for the state’s progress. Pained by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti. pic.twitter.com/mQqirPTPvy
— Narendra Modi (@narendramodi) January 8, 2023