पंजाब ( Punjab) के जिला संगरूर (Sangrur )की तहसील सुनाम के गांव चट्ठा ननहेड़ा के शेलर में सोमवार अल सुबह पांच मजदूरों की मौत हो गई। जबकि एक बेसुध मजदूर अस्पताल में उपचाराधीन है। हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों की पहचान बिहार निवासी अंत कुमार, राधे सदा, सचिन कुमार, सतवाण कुमार और नारायण सदा के रूप में हुई है।वहीं उपचाराधीन मजदूर की पहचान रूदल सदा के रूप में हुई है। सभी आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। हादसे का शिकार सभी मजदूर बिहार (Bihar ) के बेगूसराय (Begusarai ) जिले से संबंधित बताए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक रविवार की रात को करीब दस बजे काम निपटाकर शैलर में काम करने वाले सत्यनारायण साधा, करण साधा, सचिन कुमार, राधे साधा, अमंत कुमार और शिवरूद्र, शैलर में ही बने एक ही कमरे में सो गए। सर्दी से बचने के लिए इन्होंने अंगीठी जला ली। सोमवार सुबह को काम पर नहीं आते देख लेबर ठेकेदार ने मजदूरों को जगाने के लिए कमरे का दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खोलने पर मालिकों को सूचना दी गई।
इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया तो सत्यनारायण साधा, करण साधा, सचिन कुमार, राधे साधा और अमंत कुमार मृत अवस्था में पाए गए। जबकि शिवरूद्र की सांस चल रही थी। शिवरूद्र को तुरंत सुनाम के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। संगरूर (Sangrur ) पुलिस ने हादसे की पुष्टि करते कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक सभी मजदूरों ने बीती 8 जनवरी की रात करीब 12 बजे कमरे में ठंड से बचाव के लिए अंगीठी जलाई थी। उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया, जबकि किसी अन्य जगह से भी वेंटिलेशन के लिए कोई रास्त नहीं था। ऐसे में अंगीठी के धुएं से गैस का दबाव बनने के कारण ऑक्सीजन की कमी हो गई। सभी मजदूर सोते ही रह गए और उनकी मौत हो गई।
