मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के गुना (Guna ) में छात्राओं से अश्लील हरकत करने और उन्हें पोर्न दिखाने के आरोपी शिक्षक प्रदीप सोलंकी को कोर्ट ने 6 साल की सजा सुनाई है। साथ ही आरोपी पर एक लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। यह एक लाख रुपए पीड़ित छात्राओं को दिए जाएंगे। इस मामले में 5 में से 4 छात्राएं कोर्ट में अपने बयानों से पलट गई थीं। केवल एक छात्रा अपने बयान पर अडिग रही।
उसी के बयान के आधार पर कोर्ट ने आरोपी को दोषी माना। गुना (Guna ) पॉक्सो मामलों की विशेष न्यायाधीश वर्षा शर्मा ने इस केस में फैसला सुनाया। वहीं शासन की ओर से ADPO ममता दीक्षित ने पैरवी की।
बता दें कि कुल दो प्रकरण शिक्षक के खिलाफ दर्ज किए गए थे। इनमे एक पॉक्सो, छेड़छाड़ की धाराओं में दर्ज किया गया था। वहां दूसरा जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत दर्ज किया गया था। कोर्ट ने जेजे एक्ट में आरोपी को 6 वर्ष की सजा सुनाई। साथ ही एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया। अपील की अवधि के बाद आरोपी को जुर्माना जमा करना होगा। यह पैसा क्षतिपूर्ति के रूप में छात्राओं को दिया जाएगा। वहीं छेड़छाड़ की धारा में आरोपी को 2 वर्ष और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में आरोपी को 4 वर्ष की सजा कोर्ट ने सुनाई है।
छात्रा के बयानों और अभियोजन के तर्कों से सहमत होते हुए कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा- “आरोपी ने एक शिक्षण संस्थान, जो शिक्षा का मंदिर है, उसके प्रबंधन में एक जिम्मेदार पद पर रहते हुए, पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी शारीरिक लालसा की दैहिक पूर्ति के लिए स्कूल में अध्ययनरत छात्राओं का शारीरिक एवं मानसिक शोषण किया है।”

गुना (Guna ) में सरकारी स्कूल का बायोलॉजी टीचर प्रदीप सोलंकी छात्राओं को पोर्न दिखाता था। छात्राओं का आरोप था कि टीचर उन्हें जब देखो तब रीप्रोडक्टिव चैप्टर ही पढ़ाते रहते थे। शिक्षक कहते थे कि ये उनके फ्यूचर में काम आएगा। छात्राओं ने 22 दिसंबर 2021 को वार्डन को पत्र लिखा था। वार्डन ने कैंट थाने में टीचर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत पर टीचर के खिलाफ छेड़खानी, पॉक्सो एक्ट और जेजे एक्ट के तहत केस दर्ज कर टीचर को अरेस्ट कर लिया गया था।
बाल कल्याण समिति ने भी मामले की जांच की थी। उस समय 12वीं में बॉयोलॉजी स्ट्रीम में 7 छात्राएं थीं। इसमें से 5 छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई थी। छात्राओं ने स्कूल हॉस्टल की वार्डन को भी लेटर लिखकर शिकायत की थी। इसमें टीचर प्रदीप सोलंकी पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। लेटर में लिखा था- टीचर बायोलॉजी का एक ही चैप्टर ह्यूमन रीप्रोडक्टिव सिस्टम बार-बार पढ़ाते हैं। पढ़ाते वक्त वह अश्लील फोटो और वीडियो दिखाते थे।
जिले के एक सरकारी स्कूल में छात्राओं का यौन शोषण करने वाले शिक्षक के मामले में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। वह केवल साइंस की ही नहीं, बल्कि आर्ट्स (कला) क्लास की छात्राओं का भी शोषण करता था। उन्हें बायोलॉजी पढ़ना जरूरी बताकर अपने पास कमरे में बुलाता था। गुरुवार को जब बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने छात्राओं से बातचीत की, तो उन्होंने यह सब खुलासे किए।