निर्माता-निर्देशक राजकुमार संतोषी की फिल्म ‘गांधी-गोडसे एक युद्ध’ (Gandhi Godse Ek Yudh ) फिल्म पर मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) में विवाद शुरू हो गया है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को भोपाल में फिल्म निर्देशक का पुतला फूंका और टॉकीज संचालकों को फिल्म के प्रदर्शन करने पर चेतावनी दी है।
फिल्म ‘गांधी-गोडसे एक युद्ध’ (Gandhi Godse Ek Yudh ) का ट्रेलर 11 जनवरी यानि, बुधवार को रिलीज हुआ था। ट्रेलर के बाद कांग्रेस खुलकर विरोध में आ गई है। पुतले भी फूंके जाने लगे हैं। कांग्रेस ने फिल्म के भोपाल में किसी भी टॉकीज में रिलीज नहीं होने देने की चेतावनी भी दी है।
कांग्रेस नेताओं ने ‘गांधी-गोडसे एक युद्ध’फिल्म (Gandhi Godse Ek Yudh ) का विरोध करते हुए कहा कि भोपाल ( Bhopal ) के किसी भी टॉकिज में फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा। पूर्व पार्षद मोनू सक्सेना ने फिल्म की रिलीज पर आपत्ति जताते हुए कहा कि टॉकिज संचालकों को खुली चेतावनी दी। सक्सेना ने कहा कि महात्मा गांधी के इतिहास के साथ किसी भी कीमत पर छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि गोडसे की औलादे महात्मा गांधी को गोडसे के साथ जोड़ने की कोशिश कर रही हैं। सक्सेना ने कहा कि भोपाल में यदि फिल्म रिलीज हुई तो जो अंजाम होगा कि उसकी जिम्मेदारी बीजेपी की होगी।
बता दें गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के मौके पर इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा। अभी तक फिल्म में महात्मा गांधी और उनके विचारों को पेश किया गया है। इस फिल्म के माध्यम से नाथूराम गोडसे के भी विचारों को भी जानने की कोशिश की गई है।
गांधी गोडसे एक युद्ध में कोई बड़ा चेहरा नहीं है। इसमें अभिनेता चिन्मय मंडलेकर ने नाथूराम गोडसे की भूमिका निभाई है। वहीं,इस फिल्म में महात्मा गांधी के किरदार में गुजराती फिल्म डायरेक्टर दीपक अंतानी नजर आने वाले हैं। और नाथूराम गोडसे का किरदार चिन्मय मंडलेकर ने निभाया है। बता दें कि इस फिल्म में राजकुमार संतोषी की बेटी तनीषा संतोषी भी अपना डेब्यू करती नजर आएंगी। तो वहीं इस फिल्म में तनीषा के अलावा आरिफ जकारिया और पवन चोपड़ा फिल्म में अहम भूमिकाओं में अभिनय करते हुए नजर आएंगे।
गांधी गोडसे एक युद्ध में कोई बड़ा चेहरा नहीं है। इसमें अभिनेता चिन्मय मंडलेकर ने नाथूराम गोडसे की भूमिका निभाई है। वहीं, दीपक नंदिनी ने महात्मा गांधी की भूमिका निभाई है। राजकुमार संतोषी ने खुलासा किया कि उन्होंने जानबूझकर फिल्म में किसी भी बड़े कलाकार को नहीं लिया। मिड डे को दिए इंटरव्यू में राजकुमार संतोषी कहते हैं, ‘मैं दोनों के विचारों को दर्शाता चाहता था, जितना क्रेडिट गांधी को मिला। उन पर कई गलत आरोप भी लगे। ठीक उसी तरह नाथूराम गोडसे को जो फांसी हुई, उसके पहले उन्होंने कोर्ट में जो बयान दिया है। इस पर भी लंबी चर्चा होती रही है। किसी को पता नहीं था कि उन्होंने कोर्ट में क्या कहा। मुझे लगा यह बात उनकी सभी को जाननी चाहिए। लोगों को यह जानना चाहिए कि उन्होंने अपने बचाव में क्या कहा।’