मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के गुना (Guna ) में बीस साल के सम्यक जैन( Samyak Jain ) ने जहर खाककर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले छात्र से VIDEO भी बनाया। वीडियो में वह कह रहा है कि ईमानदारी में मेरा मरण हो गया। छात्र के पिता ने दो पार्टियों को जमीन बेची थी। राजस्व रिकॉर्ड में खसरा नंबर गलत चढ़ गए। दोनों ही ,खरीदार आगे के हिस्से की जमीन चाह रहे थे। नहीं देने पर उससे 3 करोड़ रुपए देने की डिमांड की जा रही थी।
घटना गुना (Guna )जिले धरनावदा की है। यहां राजेश जैन किराना दुकान चलाते हैं। उनके एक बेटा और एक बेटी है। बड़ा बेटे सम्यक जैन (20) ( Samyak Jain ) ने इसी साल 12वीं क्लास पास कर कॉलेज में एडमिशन लिया था। वह फर्स्ट ईयर में था। शनिवार दोपहर उसने जहर खा लिया।
जहर खाने के बाद सम्यक जैन( Samyak Jain )की तबीयत बिगड़ गई। परिवार वाले उसे गुना (Guna )लेकर आए। यहां एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया। 9 घंटे चले इलाज के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। अस्पताल में दम तोड़ने से पहले उसने 4 लोगों पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं। परिजनों ने भी कुछ लोगों पर दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने इस मामले में हरपाल धाकड़, कोमल धाकड़, अरविंद जैन और प्रवीण जैन के खिलाफ सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।
राजेश जैन ने साल 2017 में हरपाल सिंह धाकड़ को अपनी 3 बीघा जमीन बेच दी थी। इस जमीन से लगी हुई 4 बीघा जमीन उन्होंने साल 2022 में प्रवीण जैन और अरविंद जैन को बेच दी। 2019 में पटवारी ने दोनों जमीनों के नक्शे आगे-पीछे कर दिए थे। इससे दोनों खरीदारों के खसरा नंबर बदल गए। हरपाल सिंह धाकड़ के दस्तावेज में जमीन का पिछला हिस्सा दर्ज हो गया। जबकि, वह पेट्रोल पंप खोलने की योजना बना रहे थे।
जमीन की स्थिति बदलने से उनकी पेट्रोल पंप की एनओसी रद्द हो गई। इस मामले में तत्कालीन पटवारी राजेश शर्मा को सस्पेंड भी किया था। उन पर डिपार्टमेंटल जांच भी बैठाई गई थी। मामला कोर्ट में भी चल रहा है। दोनों ही पक्ष सम्यक पर आगे की जमीन के लिए दबाव बना रहे थे।