नेपाल से लेकर भारत तक भूकंप के झटके महसूस होने के बाद तीन घंटे बाद ही लखनऊ ( Lucknow) में पांच मंजिला बिल्डिंग गिर गई। मंगलवार शाम खौफनाक हादसे में वजीर हसन रोड स्थित एक पांच मंजिला अपार्टमेंट ताश के पत्तों की तरह ढह मलबे में तब्दील हो गई। पांच मंजिला इमारत में करीब 16 फ्लैट बने हुए थे। इन सभी में परिवार रह रहे थे। करीब 6:15 बजे शाम को हुए हादसे में 50 से अधिक लोग दब गए। करीब आठ बजे रेस्क्यू ऑपरेशन यहां नेशनल डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स (एनडीआरएफ) ने पुलिस और अग्निशमन विभाग के साथ शुरू किया।
शासन, प्रशासन, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों सहित खुद उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, नगर विकास मंत्री एके शर्मा बचाव कार्य के लिए पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भूतल पर बनी पार्किंग में खोदाई कार्य चालू था। इसमें ड्रिलिंग बिल्डर की तरफ से कराई जा रही थी। जब हादसा हुआ। उस समय भी ड्रिलिंग होने की आवाजें लोगों ने सुनीं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि भूकंप की वजह से बिल्डिंग में दरार आ गई थी। हालांकि हादसा हुआ किस वजह से अभी यह साफ नहीं है।
देर रात तक करीब 15 लोगों को निकालकर इलाज के लिए सिविल अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। दबने वाले लोगों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी हैं। इसमें कुछ परिवार राजनैतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से जुड़े हुए भी बताए जा रहे हैं। सपा प्रवक्ता हैदर अब्बास की मां और पत्नी मलबे में दबे हुए हैं। उनके पिता अमीर हैदर व बेटा मुस्तफा को सुरक्षित निकाल लिया गया।
वह खुद अपने परिवार को बचाने की गुहार अधिकारियों से लगाते हुए बाहर मौजूद रहे। वजीर हसन रोड पर अलाया अपार्टमेंट के नाम से बनी यह इमारत करीब 15 साल पहले याजदान बिल्डर्स ने बनाई थी। अधिकारियों का कहना है कि अवैध रूप से बिना मानचित्र स्वीकृत कराए यह बिल्डिंग में कई साल पहले से परिवारों ने रहना शुरू कर दिया था। बिल्डिंग के ढहने का कारण क्या है? इसकी जांच कराई जा रही है।
लखनऊ ( Lucknow) में वजीर हसन रोड पर जहां यह अलाया अपार्टमेंट बना है। वहां मुख्य सड़क ही 12 मीटर चौड़ी है। वहीं अंदर अपार्टमेंट परिसर तक जाने के लिए छह मीटर भी रास्ता नहीं था। ऐसे में रेस्क्यू टीमों को अंदर दूसरे अपार्टमेंट बिरावन हाउस और सटी हुई दूसरी सड़क की बाउंड्रीवाल तोड़नी पड़ी। इसके बाद ही लोगों को निकालने का काम शुरू हो सका। आलम यह था कि सड़क पर बाहर ही गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अग्निशमन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा एंबुलेंस की गाड़ियां भी नहीं पहुंच पा रही थीं। ऐेसे में पुलिस को माथापच्ची करनी पड़ी।
Uttar Pradesh | Rescue operation underway after a residential building collapsed on Wazir Hasanganj Road in Lucknow
9 people have been rescued so far, said Lucknow DM Surya Pal Gangwar pic.twitter.com/sq0DVr3DLm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 24, 2023