74वें गणतंत्र दिवस ( Republic Day)पर सेनाओं ने स्वदेशी शौर्य का प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ( President Droupadi Murmu ) ने कर्तव्य पथ ( Kartavya Path) पर तिरंगा फहया, उसके बाद परेड की शुरुआत हुई। 90 मिनट चली इस परेड में स्वदेशी हथियारों अर्जुन टैंक, वज्र और ब्रह्मोस नजर आए।
CRPF का ऑल वुमन कॉन्टिजेंट दिखा, नेवी और आकाश मिसाइल सिस्टम की टुकड़ी का नेतृत्व महिलाओं ने किया। 18 फीट ऊंची सीढ़ी पर चढ़ डेयर डेविल्स ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। 50 एयरक्राफ्ट के फ्लाई पास्ट में राफेल गरजे। पहली बार अग्निवीर परेड में शामिल हुए।इस परेड में सिर्फ मेड इन इंडिया यानी स्वदेशी हथियारों का डिस्प्ले हुआ। भारत में बनी 105 एमएम इंडियन फील्ड गन से 21 तोपों की सलामी दी गई। नए भर्ती हुए अग्निवीर भी परेड का हिस्सा बने।
26 जनवरी ( Republic Day)के दिन कर्तव्य पथ ( Kartavya Path) पर परेड का सबसे रोमांचक पड़ाव आखिर में आता है और निगाहें आसमान पर टिक जाती हैं। आज भी घने कोहरे के बावजूद जैसे ही फाइटर जेट लेकर जांबाज दिल्ली के आसमान में दिखे, भारतीयों का जोश हाई हो गया। टीवी से चिपके भारत की सांस्कृतिक और सामरिक ताकत देख रहे देशवासी भी गर्व से भर गए। भारतीय वायुसेना के एयरक्राफ्ट की गूंज ने उनके रोंगटे खड़े कर दिए। पीएम मोदी समेत सभी लोग टकटकी लगाए ऊपर देखते ही रहे। हालांकि इससे पहले भी एक वक्त ऐसा आया जब कर्तव्य पथ के दोनों ओर बैठे दर्शक जोश में तालियां बजाने लगे। कुछ लोग अपनी सीटों से उछल पड़े। भारत माता की जय के नारे गूंजने लगे, बच्चे शोर मचाने लगे। जी हां, झांकियों को देखने के बाद सांस्कृतिक प्रस्तुति हुई और कुछ ही पल में कर्तव्य पथ पर आते दिखे डेयरडेविल्स।
बाइक पर जवानों ने जो कर दिया, लोगों की आंखें खुली की खुली रह गईं। कर्तव्य पथ ( Kartavya Path) पर जैसे ही बुलेट पर खड़े जवान को लोगों ने आते देखा, रोमांच का पारा चढ़ गया। डेयरडेविल्स ने बुलेट पर लगी सीढ़ी पर खड़े होकर सैल्यूट किया। इस सीढ़ी की ऊंचाई साढ़े 10 फीट थी। यह स्टंट जवान के साहस, कौशल और अभ्यास को दर्शाता है। इसके बाद बाइक पर जवान खड़े होकर आया तो बच्चों के चेहरे खिल गए। वे जोश से तालियां बजाने लगे।
आर्म्ड फोर्सेस, राज्यों और विभागों की 23 झांकियां निकाली गईं। उत्तर प्रदेश की झांकी में दीपोत्सव और गुजरात की झांकी पर सौर ऊर्जा चलित गांव की झलक दिखी।गणतंत्र दिवस ( Republic Day)के मुख्य अतिथि मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी थे। मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इजिप्ट की सैन्य टुकड़ी भी परेड का हिस्सा बनी। गणतंत्र दिवस की सुबह प्रधानमंत्री ने संदेश दिया- उम्मीद है कि हम सब मिलकर आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वालों का सपना पूरा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परेड से पहले वॉर मेमोरियल गए। शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मोदी भगवा-पीले-लाल रंग की राजस्थानी पगड़ी और सफेद मफलर में नजर आए। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली बार गणतंत्र दिवस पर कुर्ता-पायजामा पहना था। उनके गले में मणिपुर का पारंपरिक लेंग्यान गमछा था। उन्होंने उत्तराखंड की टोपी पहनी थी, जिस पर ब्रह्मकमल बना था। पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी ऐसी ही टोपी पहनते थे।
फ्लाई पास्ट में 44 एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया। इनमें 9 राफेल भी थे। इनके अलावा C-17, C-130, सुखोई-30 भी फ्लाई पास्ट में शामिल हुए। इन एयरक्राफ्ट्स ने नेत्र, बजरंग, वर्टिकल चार्ली, ध्वज, रुद्र, बाज, प्रचंड, तिरंगा, तंगैल, गरुड़, अमृत और त्रिशूल फॉरमेशन में उड़ान भरी।
खास बात ये है कि नेवी का इल्यूसिन IL-38 पहली और आखिरी बार परेड में शामिल हुआ। निगरानी और एंटी सबमरीन एयरक्राफ्ट 1977 में नेवी में शामिल किया गया था। 42 साल की सेवा के बाद इस साल के आखिर में इसे हटा दिया जाएगा। इसे विंग्ड स्टैलियन भी कहा जाता है।
कर्तव्य पथ पर भारतीय थलसेना के कोर ऑफ़ सिग्नल्स के डेयरडेविल्स की अविश्वसनीय प्रस्तुति
?️ अनुशासन, संतुलन और एकाग्रता का अनूठा प्रदर्शन ?️
आप भी देखें इन डेयरडेविल्स की एक झलक ?#RepublicDay2023 #RepublicDay
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— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) January 26, 2023