मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) के श्योपुर– मुरैना मार्ग पर पारम नदी(Param River ) पर बने पुल का आधा हिस्सा शुक्रवार को अचानक ढह गया। ये पुल डोब गांव के पास बना है और आसपास के 200 गांवों के लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। अच्छी बात ये रही कि घटना के वक्त इसके ऊपर से कोई भी वाहन नहीं गुजर रहा था, जिसके चलते बड़ा हादसा टल गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस और MPRDC की टीमों ने मौके पर पहुंचकर इस रोड से आवागमन बंद करवा दिया। इस ब्रिज के टूटने से कूनो नेशनल पार्क ( Kuno National Park)घूमने जाने वाले टूरिस्ट को भी लंबा रास्ता तय करना होगा।
लोगों ने बताया कि यह पारम नदी(Param River ) पर बना पुल 50 साल से भी ज्यादा पुराना है। 10 साल पहले गोरस (श्योपुर) से मुरैना को जोड़ने वाले इस मुख्य हाईवे का मरम्मत कार्य करवाया गया था। लेकिन पुराने और जर्जर पुल की जगह नया पुल नहीं बनाया गया। संबंधित ठेकेदार ने भी पुल मेंटेनेंस के नाम पर ऊपरी हिस्से पर पुताई करवा दी। जिसके चलते अचानक इस पुल का आधा हिस्सा टूटकर नदी में गिर गया।
डोब गांव के पास होकर गुजर रही पारम नदी (Param River )पर बना पुल ढह जाने की वजह से मुरैना से गोरस होकर श्योपुर हाईवे पर आवागमन बंद हो गया है। कोई भी वाहन चालक क्षतिग्रस्त पुल को पार न करें, इसके लिए बरगवां थाना पुलिस और MPRDC की टीमों ने पुल के दोनों ओर हाईवे पर बड़े-बड़े पेड़ और पत्थर लगाकर मार्ग को बंद कर दिया है।
इन हालातों में यात्री और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब जिन्हें भी मुरैना से श्योपुर आना या जाना है। वह नहर कैनाल वाले मार्ग से ही आवाजाही कर सकते हैं। यह पुल कब तक दुरुस्त होगा और आवागमन कब तक शुरू हो पाएगा, यह फिलहाल कोई भी अधिकारी नहीं बता पा रहा है।
पुल टूटने की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी कराहल से वीरपुर, विजयपुर या मुरैना की ओर जाने वाले और वीरपुर से गोरस, कराहल और कूनो नेशनल पार्क ( Kuno National Park)घूमने जाने वाले टूरिस्ट, वाहन चालक और यात्रियों को उठानी पड़ेगी। क्योंकि पुल टूटने की वजह से अब वह कराहल से गोरस होते हुए वीरपुर, विजयपुर नहीं पहुंच सकेंगे।
अब इन्हें पहले इस श्योपुर पहुंचना पड़ेगा। इसके बाद करीब 80-90 किलोमीटर लंबा घुमाव लेकर वह संबंधित स्थानों पर पहुंच सकेंगे। ओछापुरा, सिरौनी, वरगवां और इस इलाके के अन्य लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कतें उठानी पड़ेगी।