तुर्किये-सीरिया (Türkiye-Syria) में भूकंप में मरने वालों की संख्या6,200 हो गई है। हजारों लोग अभी भी लापता हैं। इस बीच तुर्किये के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोआन ने 10 राज्यों में तीन महीने के लिए इमरजेंसी लगा दी है। यह इलाके भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। एर्दोआन ने बताया कि तुर्किये में 70 देशों ने मदद भेजने का ऐलान किया है।
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक- तुर्किये और सीरिया(Türkiye-Syria) में अब तक 6,200 लोगों की मौत हो चुकी है।इधर, भारत ने भी तुर्किये को मदद भेजी है। इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ वहां पहुंच चुका है।
प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi ) ने भी तुर्किये (Türkiye) के हालात पर चिंता जाहिर की। मोदी मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने कहा, ‘आज तुर्किये जिस हालात से गुजर रहा है, उसे मैं समझ सकता हूं। 2001 में भुज में जब भूकंप आया था, तब मैं मुख्यमंत्री था। मुझे पता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या दिक्कतें आती हैं।’ भुज में आए भूकंप में 16 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी। घायलों का आंकड़ा 68 हजार से ज्यादा था।
तुर्किये और सीरिया(Türkiye-Syria) में सोमवार सुबह 3 बड़े भूकंप आए थे। तुर्किये के वक्त के मुताबिक, पहला भूकंप सोमवार सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्किये में मंगलवार सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसके बाद दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया। तुर्किये में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक है। 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी किया गया है। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। 16 हजार लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
UN ने कहा है कि बर्फबारी और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है। तुर्किये के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं।
भारत ने भूकंप की मार झेल रहे तुर्की को भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप भेज दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से की गई घोषणा के कुछ घंटों बाद ही भारत ने भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप तुर्की को भारतीय वायु सेना के विमान से भेजी है।
भारत की ओर से भेजी राहत सामग्री की खेप में एक विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल है। इसमें पुरुष और महिला दोनों कर्मी, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा से जुड़ी चीजें, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह जानकारी दी।
BREAKING: The death toll rises to more than 6,200 from the earthquake that struck Turkey and Syria. A massive effort to find any survivors is still underway. https://t.co/2LkYtOkAi2
— The Associated Press (@AP) February 7, 2023
Aid flows from Turkey to northwest Syria have temporarily stopped due to the fallout of the devastating earthquake, a U.N. spokesperson said, leaving aid workers grappling with the problem of how to help people in a country fractured by war https://t.co/axKI3j8ljx pic.twitter.com/TF2t6NKo6e
— Reuters (@Reuters) February 7, 2023