डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) के कुलपति पद से कार्य विरत किए गए कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र( Prof. Pradeep Kumar Mishra )ने मंगलवार को कुलपति पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा भेजा, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। प्रो. पीके मिश्रा ने खुद इसकी पुष्टि की है।
शनिवार को प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्र( Prof Pradeep Kumar Mishra ) को वित्तीय अनियमितता और अपने पद की शक्तियों का गलत इस्तेमाल करने जैसे गंभीर आरोपों के चलते राजभवन ने कुलपति के पद से हटा दिया था। वहीं, लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. आलोक राय को एकेटीयू के कुलपति का अतिरिक्त चार्ज दिया था। इसके तीन दिन बाद आज उन्होंने पद से त्यागपत्र दे दिया।
प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्र( Prof Pradeep Kumar Mishra )को उनके खिलाफ चल रही जांच पूरी होने तक शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध किया गया था। प्रोफेसर पीके मिश्र के खिलाफ एकेटीयू के पूर्व परीक्षा नियंत्रक अनुराग त्रिपाठी ने राजभवन से शिकायत की थी।
इस मामले में 26 जनवरी को राजभवन ने इलाहाबाद हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज एसएन अग्निहोत्री की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया था। इसे लेकर 27 जनवरी को एकेटीयू कुलपति को ये निर्देश दिए गए कि वो इस जांच में सहयोग करेंगे। कुछ दिन पहले ही राजभवन ने पीके मिश्र पर लगे आरोपों की जांच के लिए रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया था।
आनन-फानन में हुई जांच के बाद शनिवार देर शाम राजभवन ने इसे लेकर आदेश जारी किया है जिसमें उन्हें हटाकर शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुर्नवास विश्वविद्यालय से अटैच कर दिया गया है। AKTU में कुलपति का अतिरिक्त चार्ज लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University )के कुलपति ( Vice-Chancellor ) प्रो. आलोक कुमार राय ( Prof Alok Kumar Rai )को दे दिया गया था ।
AKTU में पिछले कुछ महीने से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। दरअसल, छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति और AKTU के पूर्व कुलपति प्रो. विनय पाठक के समय प्रो. विनीत कंसल निदेशक और परीक्षा नियंत्रक की जिम्मेदारी अनुराग त्रिपाठी संभाल रहे थे।इनको प्रोफेसरमिश्र ने हटा दिया गया था । इनके द्वारा राजभवन में मिश्रा के खिलाफ शिकायत की गयीं थी।