उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) में अतिक्रमण हटाने के दौरान ब्राह्मण परिवार की झोंपड़ी पर चला बुलडोज़र और उसमें आग लग गयी जिसमें मां-बेटी जिंदा जल गए। बताया जा रहा है कि प्रशासन सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गया था।
मौत से पहले दोनों मां बेटी अफसरों से अपनी झोपडी़ न तोड़ने के लिये गिड़गिड़ा रही थी इसका वीडियो सामने आया है जिसमें कह रही है -गरीब लोगों को मत सताइए, हम लोग इतने दिन से रह रहें साहब रहने दीजिए…..। कानपुर देहात में आग में जलकर मरने वाली प्रमिला दीक्षित अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाने रहीं थीं। अधिकारियों का दिल नहीं पिघला, घर मंदिर सब गिरा दिया।
कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) के मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने कब्जेदार की झोपड़ी में संदिग्ध हालत में आग लग गई। अपना आशियाना जलता देख मां-बेटी झोपड़ी में घुस गईं। दोनों को बचाने के प्रयास में गृहस्वामी कृष्णगोपाल दीक्षित झुलस गए।
मां-बेटी व कई बकरियों की मौत हो गई। आक्रोशित लोगों ने हंगामा करते हुए लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया। भीड़ का गुस्सा देख पुलिस और प्रशासन की टीम ने वहां से भागकर खुद को बचाया। मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े आक्रोशित लोग मां-बेटी के शव नहीं उठने दे रहे हैं।
राजस्व विभाग की टीम ग्राम समाज की जमीन को खाली करा रही थी। उसी दौरान कब्जेदार कृष्णगोपाल दीक्षित की झोपड़ी में एकाएक आग लग गई। यह देख कृष्णगोपाल दीक्षित की पत्नी प्रमिला दीक्षित (45) और बेटी शिवा (22) दौड़कर झोपड़ी में घुस गईं। दोनों को लपटों के बीच घिरा देख कृष्णगोपाल दीक्षित दौड़े।
आग से मां-बेटी की मौत से गुस्साए परिवार व गांव के लोगों ने हंगामा करते हुए लेखपाल अशोक सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया। लोगों का आक्रोश देख टीम ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना पाकर डीएम व एसपी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे है। आक्रोशित डीएम, एसडीएम व थाना प्रभारी रुरा पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर हंगामा करते हुए शव नहीं उठने दे रहे हैं। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और PAC तैनात कर दी गई है।
कानपुर ( Kanpur ) कमिश्नर राज शेखर ने कहा, “हम लोग पीड़ित के लगाए आरोपों की जांच कर रहे हैं। इस मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। जो भी दोषी होगा छोड़ा नहीं जाएगा।”
परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव के दबंगों के साथ मिलकर हमारी झोपड़ी में आग लगा दी। जिसमें हम लोग बच कर निकल आए लेकिन हमारी मां और बहन की मौत हो गई।शिवम दीक्षित का दावा है, “इसके पहले डीएम के यहां भी गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है, उसके बाद ये हो गया।उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh)
#Kanpurdehatpolice थाना रुरा क्षेत्र में हुई घटना के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात द्वारा दी गयी बाइट। pic.twitter.com/mhk3KZpG42
— Kanpur Dehat Police (@kanpurdehatpol) February 13, 2023
https://twitter.com/i/status/1625126274594226180