दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ( Delhi Deputy CM Manish Sisodia ) और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन ( Satyendar Jain) ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। दिल्ली के उपमुख्यंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया।
बता दें कि सिसोदिया कथित आबकारी घोटाले के मामले में पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर चल रहे, वहीं स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद हैं। सूत्रों के मुताबिक मनीष सिसोदिया के कुछ विभाग परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत संभालेंगे। वहीं राजकुमार आनंद को भी कुछ विभागों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने कहा कि मामला दिल्ली में होने का यह मतलब नहीं कि आप सीधे सुप्रीम कोर्ट का रूख करें। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया( Manish Sisodia ) के पास अपनी जमानत को लेकर कई सारे विकल्प हैं। उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट जाना चाहिए। इस मामले में हम कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते।
इधर, दोनों मंत्रियों के इस्तीफे के 15 मिनट बाद भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘हमें पता चला है कि मनीष सिसोदिया ( Manish Sisodia ) और सत्येंद्र जैन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 9 महीने के बाद जैन का इस्तीफा स्वीकार किया। सिसोदिया 18 विभाग देखते हैं। जब उन पर आरोप लगे तो सफाई देने के बजाय वो इन विभागों पर बैठे रहे।’
इस्तीफे के बाद दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ट्वीट कर लिखा, भाजपा का संघर्ष रंग लाया। आज अरविंद केजरीवाल को शर्म के मारे भ्रष्टाचारी मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा लेना पड़ा। शराब घोटाले के असली सूत्रधार केजरीवाल को भी इस्तीफा देना होगा। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा ।
भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने लिखा, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली की जनता की आज जीत हुई है। आने वाले समय में अरविंद केजरीवाल भी अपना इस्तीफा तैयार रखें। आप के सभी भ्रष्टाचारियों को अपने किए पापों की सजा भुगतनी होगी।
सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पिछले साल 30 मई को गिरफ्तार किया था। जेल से जैन की मजे की जिंदगी जीने की फोटो और वीडियो आए दिन सामने आते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ED ने कोर्ट में एक हलफनामा और कुछ तस्वीरें देकर इसकी शिकायत की थी।