उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj ) में उमेश पाल हत्याकांड में घायल गनर राघवेंद्र सिंह( Gunner Raghavendra Singh ) की भी मौत हो गई। उसका उपचार पीजीआई लखनऊ में चल रहा था।पिछले सप्ताह प्रयागराज में हुए हमले में उमेश पाल और उनके एक गनर की मौत हो गई थी जबकि दूसरा गनर राघवेंद्र घायल हो गया था। लेकिन आज इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। प्रयागराज से ‘ग्रीन कॉरिडोर’ बना कर उन्हें यहाँ लाया गया था।
मंगलवार को डॉक्टरों ने उसके शरीर में संक्रमण फैलने की बात बताई थी। बुधवार को उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद उमेश पाल हत्याकांड में मरने वालों की संख्या तीन पहुंच गई। एक गनर उमेश पाल और एक गनर संदीप निषाद की मौत मौके पर ही हो गई थी। गंभीर रूप से घायल राघवेंद्र को पीजीआई लखनऊ रेफर कर दिया गया था।
गनर राघवेंद्र ( Gunner Raghavendra Singh ) रायबरेली के लालगंज के रहने वाले थे, लेकिन उन्हें प्रयागराज (Prayagraj ) में तैनाती मिली थी। उमेश पाल की जान बचाने के लिए वो हमलावरों और अतीक अहमद के गुर्गों के बीच आ गए थे। गुंडों ने उन्हें गोली मारी थी और साथ ही उन पर बम भी फेंके थे। बम से उनका कंधा उड़ गया था। प्रयागराज के SRN (स्वरूप रानी नेहरू) अस्पताल में उनके शरीर से गोलियाँ निकाल दी गई थीं।
गनर राघवेंद्र ( Gunner Raghavendra Singh ) के पिता रामसुमेर सिंह पुलिस विभाग में सिपाही थे, जिनका बीमारी से देहांत हो गया था। राघवेंद्र को मृतक आश्रित के रूप में नौकरी मिली थी। परिवार में मां अरुणा, बहन अर्चना और भाई ज्ञानेंद्र हैं। पांच मई को राघवेंद्र की शादी भी तय है।
उमेश पाल की हत्या के मामले में पुलिस ने अतीक अहमद के भाई, बेटों और बीवी समेत दर्जन भर गुर्गो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल हत्या के इस मामले के ज्यादातर आरोपित फरार हैं। आरोपितों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इधर प्रशासन ने खालिद जफर के घर को गिरा दिया। कहा जा रहा है कि हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन इसी घर में रुकी हुई थी।