राजस्थान ( Rajasthan ) के जोधपुर ( Jodhpur ) जिले में महात्मा गांधी हॉस्पिटल में कार्यरत डॉ. चंदन चौधरी (Dr. Chandan Chowdhary) ने आत्महत्या कर ली। प्रारंभिक तौर पर अवसाद आत्महत्या का कारण माना जा रहा है। बाकी जांच के बाद ही सही कारण सामने आ पाएगा। शव को मथुरा दास हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराने के बाद बॉडी परिवार वालों को सौंपी जाएगी।मौत के बाद उनके पिता भोमाराम ने बनाड़ थाने में मामला दर्ज करवाया है।
जानकारी के अनुसार, डॉ. चंदन चौधरी (Dr. Chandan Chowdhary) महात्मा गांधी हॉस्पिटल में चेस्ट विभाग में डॉक्टर थे। अस्पताल में चेस्ट रोगियों के लिए अलग से सेंटर चलाया जाता है। उसमें चिकित्सा अधिकारी(मेडिकल ऑफिसर) की पद पर थे। सोमवार सुबह भी हॉस्पिटल के सेंटर में ड्यूटी दी थी और उसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली।
बता दें कि सोमवार दोपहर को ड्यूटी के बाद सारण नगर स्थित घर पर तबीयत बिगड़ने पर चंदन को उसके परिजन शहर के मथुरादास माथुर हाॅस्पिटल लेकर आए। जहां डाॅक्टरों ने उसे जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।
डॉ. चंदन चौधरी (Dr. Chandan Chowdhary) के 6 साल की बेटी है। चंदन के पिता भोमाराम उनके गांव पडासला के सरपंच रह चुके हैं। पिता सेना से रिटायर होने के बाद स्कूल में पीटीआई रह चुके हैं। इसके बाद गांव के सरपंच बने। डाॅक्टर की मौत के बाद पिता भोमाराम ने थाने में रिपोर्ट दी। इसमें डाॅक्टर की पत्नी उषा के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।रिपोर्ट में चंदन के पिता ने बताया कि उनके पुत्र को नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया जिससे उसकी मौत हो गई। उषा बैंक में अधिकारी हैं।बताया जा रहा है कि डाॅक्टर का पत्नी के साथ विवाद था। इसके चलते वो डिप्रेशन में भी थे। चंदन ने पीबीएम काॅलेज से पीजी की थी। इसके बाद कुछ साल पहले ही यहां पर बतौर मेडिकल ऑफिसर सेवाएं दे रहे थे।
