नगालैंड ( Nagaland ) में भाजपा -एनडीपीपी की गठबंधन सरकार ने सत्ता संभाल ली है। एनडीपीपी (नैशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी) के नेता नेफ्यू रियो (Neiphiu Rio) ने एक समारोह में नगालैंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। बतौर मुख्यमंत्री यह उनका पांचवां कार्यकाल है। नगालैंड के राज्यपाल फागू चौहान ने रियो को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। पीएम मोदी ने नेफ्यू रियो को शपथ लेने के बाद हाथ मिलाकर बधाई दी। नेफ्यू रियो के अलावा 11 और विधायकों को राज्यपाल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई।
नगालैंड में नेफ्यू रियो ( Neiphiu Rio )सरकार के शपथ ग्रहण की खास बात यह है कि वो सर्वदलीय सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। एनडीपीपी की मुख्य सहयोगी बीजेपी के वाई पैटन ने डेप्युटी सीएम की शपथ ली है। वहीं टीआर जेलियांग ने भी डेप्युटी सीएम पद की शपथ ली है। एनडीपीपी के सात और बीजेपी के पांच विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा शामिल हुए।
रियो के अलावा तदितुई रंगकाउ जेलियांग और यांथुंगो पैटन ने नगालैंड के डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली। वहीं, नौ अन्य विधायकों को मंत्रीपद की शपथ दिलाई गई। इनमें जी काइतो आये, जैकब झिमोमी, केजी केन्ये, तेमजेन इम्ना अलोंग और नगालैंड की पहली महिला विधायकों में से एक सालहूतुओनुओ क्रूज ने भी मंत्रीपद की शपथ ली।
नगालैंड में इस बार विस में सबसे अधिक राजनीतिक दलों ने चुनाव लड़ा और जीत कर भी आए। इसके बावजूद नगालैंड विपक्ष रहित सरकार की ओर बढ़ रहा है। लगभग सभी दलों ने राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक प्रगतिशील पार्टी-भाजपा गठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया है। एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन ने हाल ही में संपन्न नागालैंड चुनावों में 60 सदस्यीय विधानसभा में 37 सीटें जीतीं। चुनाव अभियान शुरू होने के बाद से ही एनडीपीपी और भाजपा दोनों ने 72 वर्षीय रियो को अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था।

नेफ्यू रियो ( Neiphiu Rio )की नगालैंड के आदिवासी समुदाय में जबरदस्त पैठ है। रियो राज्य की अंगामी नागा ट्राइब से आते हैं। 11 नवंबर 1950 को कोहिमा के तुफेला गांव में उनका जन्म हुआ। कोहिमा से शुरुआती पढ़ाई के बाद उन्होंने पुरुलिया के सैनिक स्कूल और दार्जिलिंग के सेंट जोसेफ कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की। कोहिमा आर्ट्स कॉलेज से उन्होंने ग्रैजुएशन किया। 1974 में रियो यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट की यूथ विंग के अध्यक्ष बने। इसके बाद वह 80 के दशक में कांग्रेस से जुड़ गए। 1989 में उत्तरी अंगामी सेकेंड सीट से वह विधायक निर्वाचित हुए। उन्हें खेल और शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी मिली। इसके बाद 1993 और 1998 में भी वह एमएलए बने। 1998 में वह राज्य के होम मिनिस्टर बने। लेकिन 2002 में तत्कालीन सीएम एससी जमीर से अदावत के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी। कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद हुए पहले ही चुनाव में नेफ्यू रियो ( Neiphiu Rio )ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया। 2003 के विधानसभा चुनाव में उनकी नगालैंड पीपुल्स काउंसिल ने सरकार बनाई। बाद में इसी का नाम एनपीएफ (नगा पीपुल्स फ्रंट) हो गया था।
Joined the oath taking ceremony of Shri @Neiphiu_Rio Ji and his Council of Ministers. I am confident that this team, which is a blend of youth and experience, will continue the good governance trajectory of Nagaland and fulfil people’s aspirations. My best wishes to them. pic.twitter.com/YdnIuKTYzl
— Narendra Modi (@narendramodi) March 7, 2023