उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) के रूरा थाना इलाके के एक गांव में शनिवार रात एक मज़दूर की झोपड़ी में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। हादसे में दंपती और उनके तीन मासूम बच्चों की जिंदा जलने से मौत हो गई। छप्पर गिरने की वजह से बाहर से लोग उन्हें बचाने अंदर नहीं घुस पाए।
जानकारी के अनुसार, कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) के रूरा के हारामऊ बंजारन डेरा निवासी मजदूर सतीश (25) के परिवार में पत्नी काजल (22), बेटा सन्नी (7), संदीप (4) और बेटी गुड़िया (2) और मां रामश्री (49) की जलकर मौत हो गई।
मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने जब तक आग पर काबू पाया, तब तक पांचों लोग और पूरी गृहस्थी जल गई। थाना प्रभारी, सीओ और एसपी देर रात मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ गांव में बंजारों की बड़ी बस्ती की है।
कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) में रूरा के हारामऊ गांव में एक बंजारा डेरा है। डेरा में सैकड़ों परिवार झोपड़ी बनाकर रहते हैं। इस डेरे में प्रकाश अपनी पत्नी रेशम, बेटे सतीश, बहू काजल व दो पोता, एक पोती के साथ झोपड़ी में रहते हैं। प्रकाश व सतीश मजदूरी करते थे। कल भी वह रोजाना की तरह मजदूरी कर घर लौटे। घर पर पत्नी, बहू व बच्चों के साथ खाना खाया। इसके बाद पूरा परिवार झोपड़ी के अंदर सोने चला गया।

झोपड़ी के बाहर दरवाजे पर ही एक चारपाई डालकर प्रकाश व पत्नी रेशम सोए थे। जब देर रात झोपड़ी से आग लगी, तो सबसे पहले माता-पिता ही जगे। आग की लपटें देख गांव में हो-हल्ला मचने लगा। लेकिन जब तक डेरे के लोग आग बुझाने की कोशिश करते, तब तक छप्पर गिरने से पांचों जिंदगियां खत्म हो गईं।
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 12, 2023