Saturday, September 21, 2024

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Uttar Pradesh : आगरा में नौ साल पहले स्वराज्य टाइम्स के संपादक की पत्नी हत्या केस में दो को उम्रकैद,तोते ने खोला था हत्या का राज

Two were sentenced to life imprisonment in the murder of Swarajya Times editor's wife nine years ago in Agra, the parrot revealed the secret of the murder

Two were sentenced to life imprisonment in the murder of Swarajya Times editor's wife nine years ago in Agra, the parrot revealed the secret of the murder   में नौ साल पहले   के संपादक विजय शर्मा की पत्नी नीलम की हत्या और लूटपाट की वारदात के दो दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। खास बात यह है कि कुत्ते के हमले से चोट के निशान और तोते की गवाही से पुलिस हत्यारों तक पहुंची थी। महिला की हत्या करने वाला एक दोषी महिला का भांजा है।

घटना 21 फरवरी 2014 की है। आगरा  AGRA के स्वराज्य टाइम्स अखबार के संपादक विजय शर्मा परिवार के साथ शादी समारोह में फिरोजाबाद में गए थे। उनकी पत्नी नीलम घर पर अकेली थीं। रात में बदमाशों ने घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी और गहने-नकदी लूटकर फरार हो गए। तब आगरा ( AGRA) पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था।मामले में बृहस्पतिवार को विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावी क्षेत्र मोहम्मद राशिद ने दोनों आरोपियों को दोषी पाया। दोनों को आजीवन कारावास और 72 हजार रुपये अर्थदंड से दंडित किया।

परिजन ने बताया- विजय शर्मा के घर में एक पालतू तोता था। घटना के बाद से तोता उदास रहने लगा। घर वालों को शक हुआ, तो उन्होंने तोते के सामने कई लोगों का नाम लेना शुरू किया। जैसे ही उन्होंने विजय शर्मा के रिश्ते के भांजे आशुतोष गोस्वामी उर्फ आशु का नाम लिया, तो तोता जोर-जोर से चिल्लाने लगा। उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी थी।

आगरा ( AGRA)पुलिस ने आशु को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। जांच में पुलिस को आशु के शरीर पर कुत्ते के काटने और चोट लगने के निशान मिले। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने अपने दोस्त रोनी मेस्सी के साथ मिलकर नीलम शर्मा की हत्या की बात कबूल कर ली।

वकील ने बताया- जिस आशुतोष गोस्वामी को नीलम अपने बेटे की तरह मानती थीं। उसी ने उनकी हत्या कर दी। नीलम का सिर्फ एक बेटा था। वह मानसिक विक्षिप्त था। आरोपी आशुतोष की कुछ गलत आदतों को देखकर उसके घर आने पर रोक लगा दी गई थी, जिस कारण वह नाराज चल रहा था और नीलम की हत्या कर दी।

एडीजीसी आदर्श चौधरी और अभियोजन अधिकारी मनीष मिश्रा ने बताया कि अभियोजन की तरफ से 14 गवाह पेश किए गए। बचाव पक्ष की ओर से एक गवाह पेश किया गया। दोनों अभियुक्त जमानत पर थे। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था। सजा मिलने पर दोनों को जेल भेज दिया गया। एडीजीसी ने बताया कि तोता पुलिस की विवेचना का हिस्सा रहा था। मगर, साक्ष्य का हिस्सा नहीं था। उसकी गवाही नहीं हो सकती थी क्योंकि इसके लिए कोई कानूनन विधि नहीं है।
नीलम शर्मा की बेटी निवेदिता शर्मा ने बताया कि बुआ का बेटा होने के कारण आशु का घर आना-जाना था। वह कई साल उनके घर में रहा था। उसे पता था कि घर में जेवर और नकदी कहां है। इसलिए लूट की योजना बनाई थी। उसने पालतू कुत्ते पर नौ वार किए थे, जबकि मां नीलम पर 14 वार किए थे। घटना के समय पालतू तोता भी मौजूद था। उसने पूरी घटना देखी थी।
निवेदिता ने कहा किआगरा  AGRA कोर्ट के फैसले से खुशी मिली है। मां की हत्या कर दी गई थी। पिता विजय शर्मा की 14 नवंबर 2020 को कोरोना में मृत्यु हो गई। भाई अजेश की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई। पिता चाहते थे कि आशु को फांसी की सजा हो। इसके लिए चारों बहन मिलकर पैरवी कर रहे थे। कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अब दोनों दोषियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए उच्च कोर्ट में जाएंगे।
Deepak Sharma

Deepak Sharma has worked at Hindi Daily Spasht Awaz and Hindi Daily Aaj. He currently works as a news reporter with Vijayupadhyay.com