गुजरात ( Gujarat) में राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने कि खिलाफ कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को गुजरात विधानसभा( Gujarat Assembly ) के बजट सत्र के दौरान हंगामा किया। इसके बाद कांग्रेस के 17 में से 16 विधायकों को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए 29 मार्च तक सदन में हंगामा करने और सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता को लेकर सदन में विरोध-प्रदर्शन करने के लिए निलंबित कर दिया गया।
राहुल गांधी की अयोग्यता के विरोध में सोमवार को कांग्रेस के सभी विधायक काले कपड़े पहनकर गुजरात विधानसभा ( Gujarat Assembly )पहुंचे थे। स्पीकर शंकर चौधरी ने चावड़ा को यह कहते हुए बैठने को कहा कि प्रश्नकाल के दौरान चर्चा की अनुमति नहीं है और उन्हें बाद में इस मुद्दे को उठाने के लिए कहा। इस दौरान कांग्रेस के अन्य विधायक वेल के पास पहुंच गए और मोदी-अदाणी भाई-भाई के नारे लगाने लगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अदाणी के संंबंद वाली तख्तियां और तस्वीरें भी दिखाईं।
गुजरात विधानसभा ( Gujarat Assembly ) में प्रश्नकाल की समाप्ति के बाद, राज्य के विधायी और संसदीय मामलों के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने अराजकता के लिए कांग्रेस विधायकों को फटकार लगाई और 29 मार्च तक चलने वाले बजट सत्र के अंत तक उन सभी को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया। पटेल ने कहा कि यह जानते हुए भी कि वे जो विषय उठा रहे हैं वह गुजरात का नहीं है, इन कांग्रेस सदस्यों ने पूर्व नियोजित रणनीति के तहत अराजकता पैदा की और नारे लगाए। उन्होंने इसके माध्यम से गुजरात के लोगों को गुमराह किया। इस प्रकार, हम आपसे उन्हें सत्र के अंत तक निलंबित करने का अनुरोध करते हैं।
मंत्री बलवंत सिंह राजपूत और राघवजी पटेल ने भी पटेल के प्रस्ताव का समर्थन किया। आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताए जाने के बाद पटेल द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। स्पीकर चौधरी ने कहा कि ये कांग्रेस विधायक काले कपड़े पहनकर आए और नारे लगाए। मैंने उनसे इस तरह की गतिविधि में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया। इसलिए विधानसभा के नियम 52 के अनुसार, मैं उन सभी विधायकों को निलंबित करता हूं, जिन्होंने सदन में विरोध-प्रदर्शन किया और नारे लगाए।