प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi ) आज कर्नाटक दौरे पर हैं। उन्होंने आज राज्य के बांदीपुर टाइगर रिजर्व ( Bandipur Tiger Reserve) और मुदुमलाल टाइगर रिजर्व का दौरा किया। पीएम ने यहां बाघों को बचाने के लिए 50 साल पहले शुरू किए गए प्रोजेक्ट टाइगर की सालगिरह पर कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया। इसी के साथ उन्होंने आज देश में बाघों की जनसंख्या के आंकड़े भी जारी कर दिए। इस मौके पर एक सिक्का भी जारी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक के बांदीपुर बाघ अभयारण्य ( Bandipur Tiger Reserve) में रविवार सुबह जंगल ‘सफारी’ का लुत्फ उठाया। बताया गया है कि टाइगर रिजर्व में उनका सफर एक घंटे से ज्यादा का रहा। इस दौरान पीएम ने अभयारण्य में हाथी शिविर का भी दौरा किया।
पीएम मोदी ने आज बाघों ( Tiger ) की जनसंख्या के अहम आंकडे़ जारी किए हैं। इसके मुताबिक, भारत में 2022 तक बाघों की आबादी 3167 पहुंच गई है, जो कि पिछली बार के 2967 के आंकड़े से 200 ज्यादा है।
इस मौके पर पीएम मोदी ने अमृत काल के दौरान बाघों को बचाने के लिए सरकार के विजन और इंटरनेशनल बिग कैट्स एलायंस (IBCA) भी लॉन्च किया।बता दें कि, IBCA दुनिया की सात बिग कैट्स को बचाने और उनके संरक्षण का काम करेगा। इसके लिए उन देशों की मदद ली जाएगी जहां इस तरह की प्रजातियां पाई जाती हैं।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘देश में बाघों ( Tiger ) के संरक्षण और उनकी सुरक्षा में प्रोजेक्ट टाइगर ने अग्रणी भूमिका निभाई है। प्रकृति की रक्षा, भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता ना सिर्फ भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए गर्व का विषय है। भारत ने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं और उसी समय दुनिया के 75 प्रतिशत बाघ भारत में निवास करते हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘दुनिया में एशियाई शेरों का इकलौता घर भारत है। देश में शेरों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। साल 2015 में देश में 525 शेर थे और 2020 में बढ़कर 675 हो गए। तेंदुओं की संख्या में भी बीते चार सालों में 60 फीसदी का उछाल आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘हम एक महत्वपूर्ण समय के साक्षी बन रहे हैं, जब प्रोजेक्ट टाइगर को 50 साल पूरे हो रहे हैं। भारत ने ना सिर्फ बाघों को बचाया बल्कि उन्हें ऐसा इकोसिस्टम दिया, जिससे वह फल-फूल सके। हमारे पास दुनिया भर की कुल जमीन का सिर्फ 2.4 फीसदी है लेकिन वैश्विक विविधता में हमारा हिस्सा 8 फीसदी है।’
उन्होंने कहा कि ‘भारत में दशकों पहले चीते विलुप्त हो गए थे लेकिन हम चीतों को दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लेकर आए और चीतों को एक देश से दूसरे देश में लाकर बसाने में हमें सफलता मिली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में करीब 30 हजार हाथी हैं और एशियाई हाथियों की दुनिया में सबसे ज्यादा संख्या भारत में है।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को इसके बाद वे कर्नाटक की सीमा से लगे तमिलनाडु के पहाड़ी जिले नीलगिरी केमुदुमलई नेशनल पार्क गए और थेप्पाकडु एलिफेंट कैंप का भी दौरा किया। यहां उन्होंने एक हाथी को गन्ना खिलाया और उसे सहलाया।तमिलनाडु के पहाड़ी जिले नीलगिरी के मुदुमलाई में एक हाथी शिविर का दौरा किया। शिविर में हाथियों ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
India is a country where protecting nature is part of culture. pic.twitter.com/0y3lLJMHeb
— PMO India (@PMOIndia) April 9, 2023
Project Tiger leads the way in protection and conservation of the big cats. https://t.co/53B9nwsNkt
— Narendra Modi (@narendramodi) April 9, 2023