Sunday, April 20, 2025

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Delhi : ₹2000 के बैंक नोटों को प्रचलन से किया गया बाहर, आरबीआई ने कहा- 30 सितंबर तक बदल सकेंगे नोट

RBI withdraws Rs 2000 currency note from circulation

RBI withdraws Rs 2000 currency note from circulation  ( ) ने शुक्रवार को 2000 रुपये के नोट को लेकर बड़ा एलान किया है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि 2000 रुपये ( Rs 2,000 notes) के नोट सर्कुलेशन से वापस ले लिए जाएंगे।लेकिन मौजूदा नोट अमान्य नहीं होंगे। 2 हजार का नोट नवंबर 2016 में मार्केट में आया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए थे। इसकी जगह नए पैटर्न में 500 का नया नोट और 2000 का नोट जारी किया गया था। आरबीआई साल 2018-19 से 2000 के नोटों की छपाई बंद कर चुका है।

आरबीआई ( RBI )ने फिलहाल 30 सितंबर तक 2000 के नोट ( Rs 2,000 notes)बैंकों में बदलने या अकाउंट में जमा करने को कहा है, लेकिन यह भी कहा है कि यह इसके बाद भी लीगल रहेगा। ऐसा सिर्फ लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए है, ताकि वे यह नोट बैंकों को वापस करें।

एक बार में अधिकतम बीस हजार रुपए( Rs 2,000 notes) कीमत के नोट ही बदले जाएंगे, लेकिन अकाउंट में इन नोटों को जमा करने पर लिमिट नहीं होगी। अब बैंक 2000 के नोट इश्यू नहीं करेंगे।

8 नवंबर, 2016 को मंगलयान की थीम वाला 2000 रुपये का नया ( Rs 2,000 notes)नोट पेश किया गया था। दरअसल, उस वक्त 500 रुपये और हजार रुपये के नोट को बंद कर दिया गया था। जिसके बाद 500 रुपये और 2000 रुपये का नया नोट पेश किया गया।

आरबीआई ( RBI )का मानना था कि 2000 रुपये का नोट 500 और हजार रुपये के नोट के वैल्यू की भरपाई जल्द कर देगा।

गौरतलब है कि 2000 रुपये के नए नोटों को प्रचलन से बाहर करने की उम्मीद पहले से ही थी, क्योंकि बहुत ही नियोजित तरीके से इस बारे में आरबीआई कदम उठा रहा था।

बैंकों को निर्देश था कि वह काउंटर पर आये दो हजार के नोटों को दोबारा प्रचलन में देने से बचें और इसे आरबीआइ को लौटा दें। शुक्रवार को भी बैंकों को कहा गया है कि वो दो हजार के नोट ग्राहकों को नहीं दें।

आरबीआई ( RBI )ने बताया भी है कि 31 मार्च, 2018 को सिस्टम में 6.73 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2000 के नोट प्रचलन में थे, जो 31 मार्च, 2023 को घटकर 3.62 लाख करोड़ रह गये हैं। कुल प्रचलित मुद्रा का सिर्फ 10.3 फीसद ही दो हजार के नोटों के रूप में है, जो कभी 37 फीसद से ज्यादा था।

 

Jaba Upadhyay

Jaba Upadhyay is a senior journalist with experience of over 15 years. She has worked with Rajasthan Patrika Jaipur and currently works with The Pioneer, Hindi.