प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi )ने आज नए संसद भवन का उद्घाटन किया। नए संसद भवन (New Parliament building) का उद्घाटन वैदिक विधि विधान के साथ किया गया। इस अवसर पर विभिन्न धर्मों के प्रमुख लोग भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने लोकसभा में स्पीकर की कुर्सी के पास राजदंड सेंगोल की भी स्थापना की। इससे पहले शनिवार को तमिलनाडु में चेन्नई के धर्मपुरम अधीनम (पुजारी) के 21 संत दिल्ली पहुंचे। उद्घाटन की पूर्व संध्या पर अधीनम के महंत ने मंत्रोच्चारण के बीच सुनहरा राजदंड (सेंगोल) प्रधानमंत्री को सौंपा। संतों ने मोदी को एक विशेष तोहफा भी दिया। मोदी ने संतों से आशीर्वाद लिया और उनका अभिनंदन किया।
पीएम मोदी पूजन हवन के बाद सेंगोल के सामने दंडवत हुए। साथ ही, संसद भवन (New Parliament building) में सेंगोल की स्थापना के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के विभिन्न अधीनम संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। देश के नए संसद भवन के निर्माण के लिए देशभर से अनोखी सामग्रियों को जुटाया गया है। जैसे नागपुर से सागौन की लकड़ी, राजस्थान के सरमथुरा से सैंडस्टोन, यूपी के मिर्जापुर की कालीन, अगरतला से बांस की लकड़ी और महाराष्ट्र के औरंगाबाद और जयपुर से अशोक प्रतीक को मंगवाया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘जब भारत आगे बढ़ता है तो विश्व आगे बढ़ता है। संसद का नया भवन भारत के विकास से विश्व के विकास का आह्वान करेगा।’ इस ऐतिहासिक अवसर पर संसद की इस नई इमारत में पवित्र सेंगोल की स्थापना हुई है। महान चोल साम्राज्य ने सेंगोल को कर्तव्य पथ, सेवा पथ का प्रतीक माना जाता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘नया भवन (New Parliament building) हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का माध्यम बनेगा। यह आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा। यह विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा।’ उन्होंने कहा कि नए रास्तों पर चलकर नए प्रतिमान गढ़े जाते हैं। आज नया भारत नया लक्ष्य तय कर रहा है।

देश की यात्रा में कुछ क्षण ऐसे आते हैं, जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। कुछ तारीखें, समय के ललाट पर इतिहास का अमिट हस्ताक्षर बन जाती हैं। आज ऐसा ही अवसर है. देश आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। आज सुबह ही संसद परिसर में सर्वपंथ प्रार्थना हुई है। मैं सभी देशवासियों को भारतीय लोकतंत्र के इस स्वर्णिम क्षण की बधाई देता हूं। ये सिर्फ एक भवन नहीं, 140 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है। ये विश्व को भारत के दृढ़ संकल्प का संदेश देता हमारे लोकतंत्र का मंदिर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय डाक विभाग के स्मारक डाक टिकट जारी किया। इसके बाद उन्होंने भारतीय वित्त विभाग द्वारा तैयार किए गए 75 रुपये का सिक्का जारी किया।
देश की नई संसद का उद्घाटन होने के बाद पार्लियामेंट परिसर में सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया। इसमें अलग-अलग धर्मों के विद्धानों और गुरुजनों ने अपने धर्म के बारे में विचार रखें और पूजा की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और पूरी केंद्रीय कैबिनेट मौजूद रही।
Here are key moments from the grand inauguration of our new Parliament building. A milestone in our nation’s journey, it radiates the hopes and aspirations of 140 crore Indians. pic.twitter.com/OQM7HKPa5R
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2023