उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ( Lucknow) में इकाना स्टेडियम (Ekana Stadium) के परिसर में लगी होर्डिंग (यूनिपोल) सोमवार शाम एक स्कॉर्पियो के ऊपर ढह गई। हादसे में स्कॉर्पियो सवार मां-बेटी समेत तीनों लोग मलबे में दब गए। पुलिस, दमकलकर्मी और एसडीआरएफ के जवानों ने रेस्क्यू कर सभी को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मां-बेटी को मृत घोषित कर दिया। एसयूवी चला रहे शख्स को गंभीर चोटें आई हैं। लोहिया अस्पताल में उसका इलाज जारी है।
इंदिरानगर सी ब्लॉक निवासी प्रीति जग्गी (38) सोमवार शाम को अपनी बेटी एंजेल (15) को लेकर स्कॉर्पियो से घूमने निकली थीं। एसयूवी खुर्रमनगर निवासी सरताज खान चला रहे थे। घूमते फिरते वह इकाना स्टेडियम (Ekana Stadium) के पास से गुजर रहे थे। तभी स्टेडियम परिसर के भीतर गेट नंबर एक व दो के बीच में लगी होर्डिंग एसयूवी पर गिर गई। तीनों लोग मलबे में दब गए। हादसा देख राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस, दमकल की टीम और फिर एसडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद एक एक कर तीनों को बाहर निकाला। पुलिस ने तीनों को लोहिया अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि प्रीति व एंजेल की पहले ही मौत हो चुकी है। सरताज के सिर व शरीर में तीन चार जगह गहरी चोटें आई हैं।
हादसे के बाद फोरेंसिक टीम ने इकाना स्टेडियम (Ekana Stadium)घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की। सभी तथ्य जुटाए। प्रशासन के अफसर भी मौजूद रहे। एलडीए और नगर टीम के अफसराें ने अपने अपने स्तर से जांच पड़ताल शुरू की है कि आखिर हादसे के पीछे की वजह क्या है। इन विभागों की टीमें भी मौके पर पहुंची।
प्रीति व उसके पति दीपक का आठ साल पहले तलाक हो चुका है। तब से वह अपने मायके में मां और भाई के साथ ही रहती थीं। प्रीति के पिता का निधन हो चुका है। वह सॉफ्टेवेयर डेवलपर थीं। बेटी एंजेल गुरुकुल एकेडमी में 8वीं कक्षा में पढ़ती थी। प्रीति के भाई मोहित जग्गी ने बताया कि बहन का आज सोमवार का व्रत था। वह जूस पीने के लिए निकली थीं। उन्होंने इसी बहाने बेटी को बाहर घुमाने की बात कही थी लेकिन क्या पता था कि अब वह कभी वापस घर नहीं आएंगी।