पंजाब (Punjab) विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी( former Deputy Chief Minister OP Soni )के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच पूरी होने के बाद केस दर्ज कर रविवार की रात को उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
2021 में कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे और चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद ओपी सोनी ( OP Soni )को उप-मुख्यमंत्री पद दिया गया था। ओपी सोनी 1997, 2002, 2007, 2012 और 2017 में पंजाब विधानसभा के चुनाव जीत चुके हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में सोनी ने अमृतसर सेंट्रल सीट से भाजपा के तरुण चुग को 21 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था।
वे 1991 में अमृतसर के पहले मेयर बने थे। वे पंजाब कांग्रेस पब्लिक कमिटी के महासचिव और दो वर्ष तक ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर के चेयरमैन भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे विधानसभा में पब्लिक अकाउंट कमिटी के सदस्य और 2017-18 में पंजाब विधानसभा के लोकल बॉडीज और कमिटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग्स के भी चेयरमैन रह चुके हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के आते ही ओपी सोनी ( OP Soni ) पर सैनिटाइजर घोटाले के आरोप लगे थे। जिसमें कहा जा रहा था कि सेहत विभाग ने सैनिटाइजर महंगे दामों पर खरीदे। वहीं राज्य चुनाव आयोग ने पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉर्पोरेशन के माध्यम से सैनिटाइजर भी खरीदा, जो सस्ता था। चुनाव आयोग के लिए 1.80 लाख बोतलें 54.54 रुपए प्रति बोतल की दर से खरीदी गईं, जबकि सेहत विभाग ने तीन गुना कीमत पर 160 रुपए प्रति बोतल के हिसाब से सैनिटाइजर खरीदा। सेहत विभाग के लिए सैनिटाइजर की खरीद की फाइल पर मंजूरी पूर्व मंत्री सोनी ने दी थी।
