Friday, September 20, 2024

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Chandrayaan 3 :सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में पहुंचा चंद्रयान-3, इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा ,23 अगस्त को शाम 5.47 समय चंद्रमा पर कर सकता है लैंडिंग

Chandrayaan-3’s successful launch,Moon landing expected on August 23rd at around 5.47pm, says ISRO chief S Somanath

Chandrayaan-3’s successful launch,Moon landing expected on August 23rd at around 5.47pm, says ISRO chief S Somanathभारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन () ने  भारत के तीसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ (Chandrayaan-3) को लॉन्च कर दिया  है। चंद्रयान-3 ने दोपहर 2:35 बजे चंद्रमा की ओर उड़ान भरा। इसे आज आंध्रप्रदेश के स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा गया है। 615 करोड़ की लागत से तैयार हुआ यह मिशन करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। ‘चंद्रयान-3’ को भेजने के लिए LVM-3 लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया है। अगर दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिग होती है, तो भारत दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन जाएगा। वहीं, पीएम मोदी ने ट्वीट कर शुभकामनाएं दीं और कहा कि आज का दिन सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा।

इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान 3 (Chandrayaan-3)एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है…लैंडिंग बहुत महत्वपूर्ण है। जब तक आप नहीं उतरते, आप नमूने नहीं ले सकते, आप इंसानों को नहीं उतार सकते, आप चंद्रमा के आधार नहीं बना सकते इसलिए आगे की खोज के लिए लैंडिंग एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस बीच,ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने प्रेस वार्ता करके इस मिशन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ सामान्य रहा तो चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3)के 23 अगस्त को शाम लगभग 5.47 बजे चंद्रमा पर उतरने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमने पहले साल में देखा कि पहले क्या गलती की थी और उसके बाद दूसरे साल में क्या सुधार किया जाए कि ये बेहतर हो। फिर हमने देखा कि और क्या गलती हुई थी क्योंकि कुछ समस्याएं छिपी होती है जो हमने समीक्षा और टेस्ट द्वारा पता लगाया। तीसरे साल हमने सभी टेस्टिंग की और अंतिम साल में हमने अंतिम संयोजन और तैयारी की। मैं इस कार्य के लिए पूरी टीम को बधाई देता हूं।

चंद्रयान 3 (Chandrayaan-3)के प्रक्षेपण पर केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि “यह वास्तव में भारत के लिए गौरव का क्षण है और श्रीहरिकोटा में हम सभी के लिए भाग्य का क्षण है, जो बनने वाले इतिहास का हिस्सा थे। भारत को गौरवान्वित करने के लिए टीम इसरो को धन्यवाद और श्रीहरिकोटा के द्वार खोलकर और भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र को सक्षम करके इसे संभव बनाने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद।

चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3)स्पेसक्राफ्ट में लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल हैं। लैंडर और रोवर चांद के साउथ पोल पर उतरेंगे और 14 दिन तक वहां एक्सपेरिमेंट करेंगे। प्रोपल्शन मॉड्यूल चंद्रमा की कक्षा में रहकर धरती से आने वाले रेडिएशन्स की स्टडी करेगा। मिशन के जरिए इसरो पता लगाएगा कि चंद्रमा की सतह पर कितने भूकंप आते हैं, मिट्टी और धूल की स्टडी भी की जाएगी।

अगर मिशन सक्सेसफुल रहा तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। अमेरिका और रूस दोनों के चंद्रमा पर सक्सेसफुली उतरने से पहले कई स्पेस क्राफ्ट क्रैश हुए थे। चीन 2013 में चांग’ई-3 मिशन के साथ अपने पहले प्रयास में सफल होने वाला एकमात्र देश है।

LVM3 M4/Chandrayaan-3 Mission:

LVM3 M4 vehicle? successfully launched Chandrayaan-3?️ into orbit.

— ISRO (@isro) July 14, 2023

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels