उत्तर प्रदेश के आगरा में चार माह से यमुना नदी के डूब क्षेत्र में लगातार क़ब्ज़े हो रहे हैं और प्रशासन इन क़ब्ज़ो को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। स्थानीय निवासी इसके लिए दयालबाग की राधा स्वामी सत्संग सभा (Radhasoami Satsang Sabha) को ज़िम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगा रहे हैं कि सत्संग सभा अप्रैल माह से लगातार यमुना के डूब क्षेत्र में अपने क़ब्ज़े का क्षेत्रफल बढ़ाती जा रही है जिससे घाट तक जाने का रास्ता बंद हो गया है और आये-दिन यहाँ से गुज़रने वालों से टोकाटाकी होती है जिससे किसी भी समय स्थिति विस्फोटक होकर एक और ‘जवाहरबाग’ कांड में तब्दील हो सकती है।
चार माह पूर्व अप्रैल में इस क़ब्ज़े की शुरुआत सत्संग सभा (Radhasoami Satsang Sabha) द्वारा यमुना की तलहटी में बड़े पैमाने पर बैरिकेडिंग किए जाने से हुई। इस क़ब्ज़े वाली ज़मीन पर सत्संग सभा द्वारा झोंपड़ियाँ बनाकर खेती की जाने लगी और स्थानीय निवासियों के विरोध के बावजूद बाक़ायदा अपने बोर्ड लगाकर आने-जाने का रास्ता बंद कर दिया गया। ज़िला प्रशासन द्वारा इस संबंध में कार्यवाही कर सत्संग सभा द्वारा डूब क्षेत्र में किए जा रहे किसी भी निर्माण पर तात्कालिक प्रभाव से पाबंदी लगा दी गई लेकिन यह घेराबंदी और अवैध निर्माणों का सिलसिला गुपचुप तरीक़े से जारी रहा।
बुधवार को जब यहाँ सत्संग सभा द्वारा पक्की सड़क बनाई जाने लगी तो इस निर्माण का वीडियो वायरल हो गया। यमुना के डूब क्षेत्र में होने वाले निर्माणों पर एन जी टी की सख़्त रोक के बावजूद इस खुलेआम हो रहे निर्माण का वीडियो देखकर चेते ज़िला मजिस्ट्रेट आगरा नवनीत सिंह चहल ने जांच के आदेश दे दिये, लेकिन इस निर्माण को रुकवाने में पूरी तरह विफल रहे, और लगभग सौ मीटर की पक्की सड़क आनन-फ़ानन में सत्संग सभा (Radhasoami Satsang Sabha) द्वारा तैयार करवा दी गई। जब मीडिया में यह मामला उछला, तब दो मजिस्ट्रेटों को गुरुवार देर शाम भेजकर यह काम रुकवाया गया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि दयालबाग स्थित राधा स्वामी सत्संग सभा (Radhasoami Satsang Sabha) ने डूब क्षेत्र में करीब सात एकड़ भूमि पर कब्जा कर लिया है। पहले यहां बैरिकेडिंग लगाई। फिर तार से फेंसिंग की गई। जिसके बाद करीब 100 मीटर लंबी इंटरलॉकिंग टाइल्स की सड़क बनाई। पुलिस, प्रशासन बेखबर रहा।
यमुना के पोइया घाट पर एक मोक्षधाम बना हुआ है। पिछले चार माह से मोक्षधाम की विपरीत दिशा में नदी की तलहटी में राधा स्वामी सत्संग सभा (Radhasoami Satsang Sabha) ने बैकुंठ धाम का बोर्ड लगा दिया है। यहां प्रतिदिन सुबह-शाम सैकड़ों सत्संगी कार सेवा के लिए पहुंच रहे हैं। सिकंदरपुर, ख्वासपुर और मनोहरपुर गांव के ग्रामीणों का कहना है कि सत्संग सभा डूब क्षेत्र में 5 सौ एकड़ ज़मीन पर कब्जा करना चाहती है। अभी बोर्ड लगा डूब क्षेत्र में पक्की सड़क बना दी है, फिर यहाँ से लोगों की आवाजाही बंद कर दी जाएगी।
ग्रामीणों का कहना है कि डूब क्षेत्र में क़ब्ज़ा करने का अभियान प्रशासन के शह पर चल रहा है। चार माह पूर्व ही प्रशासन को चेताया गया था कि यमुना नदी पर NGT के आदेशों के विपरीत जाकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। उसके बावजूद भी प्रशासन के कान में जूं नहीं रेंगी और काग़ज़ी आदेशों के खानापूर्ति चलती रही।