मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) राजगढ़( Rajgarh ) में शुक्रवार को पूर्व विधायक हरिचरण तिवारी के पुत्र पंडित आशीष हरिचरण तिवारी के नेतृत्व में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा से पूर्व एक भव्य कलश यात्रा का आयोजन राजगढ़ शहर में किया गया। इसमें 51 हज़ार से अधिक की संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।
सीहोर स्थित कुबरेश्वर धाम के कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा राजगढ़ में पहली बार शिवमहापुराण की कथा सुनाएंगे। देश भर से करीब पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। आयोजक रोज 5 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का दावा कर रहे हैं। इसी अनुमान से कथा स्थल पर व्यवस्था की गई है।
बता दें, भव्य कलश यात्रा में शामिल होने के लिए राजगढ़( Rajgarh ) आसपास के क्षेत्र की महिलाएं राजमहल व बड़ामहल प्रांगण में एकत्रित हुईं। जंहा से भव्य कलश यात्रा की शुरुआत की गई, जो कि मुख्य बाजार से होते हुए नए बस स्टैंड से खिलचीपुर नाके होते हुए स्टेडियम प्रांगण में पहुंची। जहां जलाभिषेक के बाद कलश यात्रा का समापन किया गया।
कलश यात्रा जैसे ही दोपहर के समय स्टेडियम परिसर पहुंची तो वहां पर स्थापित किए गए द्वादश ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव के अभिषेक को लेकर विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चार किया जा रहा था। कलश यात्रा के समापन के साथ ही महिलाएं जो गंगाजल लेकर पहुंची थी, उसके माध्यम से भगवान का अभिषेक किया गया। अभिषेक के दौरान संबंधित स्थान पर व्यापक इंतजाम किए गए थे। गंगाजल से भगवान की मूर्ति का अभिषेक किया गया।
कलश यात्रा का मुख्य बाजार से लेकर स्टेडियम प्रांगण तक जगह-जगह लोगों ने स्वागत व सत्कार किया और पानी की भी व्यवस्था की गई। ऐसे में एक और नजारा यह भी देखने को मिला कि दरगाह वक्फ बोर्ड के राजगढ़ सदर शरीफ खान उर्फ गामा मामू व उनकी कमेटी के अन्य सदस्यों के द्वारा कलश यात्रा पर पुष्पवर्षा करते हुए स्वागत व सम्मान किया गया, जिसका जिक्र आयोजन समिति के अध्यक्ष पंडित आशीष हरिचरण तिवारी ने मीडिया से चर्चा के दौरान भी किया है।
उन्होंने कहा कि यह सब अविश्वसनीय है कि इतनी बड़ी तादाद में कलश यात्रा राजगढ़( Rajgarh )में निकली है। पूरा शहर जाम था, कहीं से भी निकलने के लिए जगह नहीं थी। मैं सभी मातृशक्तियों का हृदय से धन्यवाद देता हूं और सभी समाजजनों ने हमारा स्वागत व सम्मान किया, जिसमें मुस्लिम वर्ग के लोग भी शामिल हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि शनिवार से पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का आयोजन होगा और कथास्थल पर भारत में पहली बार 31 फीट का शिवलिंग 5.50 लाख रुद्राक्ष से भारत में बना है, जिसे अवार्ड देने के लिए लंदन से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड वाले भी शनिवार को आ रहे हैं।