2 नए राज्य विश्वविद्यालयों में नए कुलपति ( Vice-Chancellor ) की तैनाती की गई हैं। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने गुरुवार को आदेश जारी करके लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर पूनम टंडन को गोरखपुर की दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया हैं। कुलपति प्रो. राजेश सिंह का 4 सितंबर को कार्यकाल पूरा हो जाएगा।
वही इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रोफेसर वंदना सिंह को जौनपुर के पूर्वांचल विश्वविद्यालय का कुलपति ( Vice-Chancellor ) बनाया गया हैं। अहम बात यह हैं कि दोनों ही राज्य विश्वविद्यालय में महिला शिक्षकों की कुलपति के रूप में तैनाती दी गई हैं। दोनों पद पर नियुक्त किए गए कुलपति 3 वर्ष तक इस पद पर तैनात रहेंगे।
गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रों और कुलपति,प्रशासनिक अफसरों के बीच हुए उपद्रव के बाद से कुलपति ( Vice-Chancellor )राजेश सिंह को हटाने के कयास लगाए जा रहे थे।इस बीच गुरुवार को अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ.सुधीर महादेव बोबडे की तरफ से दी गई जानकारी के तहत प्रो.पूनम टंडन को पद ग्रहण करने के 3 साल तक कुलपति बनाने का आदेश जारी किया गया हैं।

प्रोफेसर पूनम टंडन लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University ) के भौतिक विज्ञान विभाग में 2006 से प्रोफेसर के पद पर काम कर रही है। लगभग 30 वर्षों से लखनऊ विश्वविद्यालय में है। उनके 250 से ज्यादा राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय जनरल्स के शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अलावा लगभग 40 छात्रों ने पीएचडी वर्क पूरा किया है। प्रोफेसर पूनम टंडन ने कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ काम भी किया है। लखनऊ विश्वविद्यालय में उन्होंने डीन स्टूडेंट वेलफेयर और डीन एकेडमिक्स जैसे पदों की जिम्मेदारी दी जिसका बखूबी से निर्वाहन कर दिया। वर्तमान में उपक्रम के महानिदेशक पद पर भी कार्य कर रही हैं।
इससे पहले राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने रुहेलखंड विवि और संपूर्णानंद संस्कृत विवि में कुलपति ( Vice-Chancellor )की नियुक्ति की थी। प्रोफेसर कृष्ण पाल सिंह को लगातार दूसरी बार महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया था। इसके साथ ही प्रो. बिहारी लाल शर्मा को सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी का कुलपति बनाया गया था।